Jamshedpur (Nagendra) । वट सावित्री व्रत के अवसर पर झारखंड बिहार समेत पूरे देश में खासा धार्मिक उत्साह से सराबोर रहा। इस दौरान सुहागिन महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ वट वृक्ष (वरगद के पेड़) की पूजा-अर्चना की और अपने पतियों की दीर्घायु, सुख-समृद्धि तथा वैवाहिक जीवन की खुशहाली की कामना की। सुबह से ही व्रती महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सज-धजकर वरगद के पेड़ के समीप पूजा स्थल पर पहुंचीं। उन्होंने वट वृक्ष के चारों ओर सात परिक्रमाएँ कीं और कच्चा सूत (रक्षा सूत्र) बांधते हुए व्रत की कथा सुनी।
इस अवसर पर महिलाओं ने सावित्री और सत्यवान की कथा को श्रवण कर अपने पति के लिए वैसा ही अटूट प्रेम और समर्पण भाव प्रदर्शित किया जैसा पौराणिक काल में सावित्री ने अपने पति सत्यवान के लिए यमराज से प्राण वापस लेकर दिखाया था। पूजन के बाद महिलाओं ने एक-दूसरे को व्रत की बधाई दी और हल्के फलों का सेवन कर व्रत का समापन किया।
इस अवसर पर पूजा स्थलों पर सामूहिक भक्ति गीत, व्रत कथाएं और सामाजिक सौहार्द का अद्भुत नजारा देखने को मिला। जमशेदपुर सहित पूरे कोल्हान क्षेत्र में वट सावित्री व्रत को लेकर महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया। मंदिरों और वट वृक्ष स्थलों पर दिनभर रौनक रही, जिससे क्षेत्र में एक विशेष धार्मिक वातावरण बना रहा।
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