Jamshedpur (Nagendra) । बोकारो की विधायिका श्रीमती श्वेता सिंह द्वारा गैर कानूनी कार्य करने, विधानसभा के नामांकन पत्र भरने के समय सूचना छुपाने, BSL (HSCL POOL) के द्वारा श्रीमती श्वेता सिंह को आवंटित क्याटर का No Dues Certificate संलग्न नहीं कर के गलत जानकारी शपय पत्र के साथ देने, चार वोटर आईडी कार्ड रखने तथा दो पैन कार्ड रखने संबंधित गंभीर अपराध के संबंध में राज्यपाल से लिखित शिकायत किया गया। शिकायत पत्र में निम्न बातों का उल्लेख किया गया है जो निम्नवत हैं : ---
1. विधायक श्रीमती श्वेता सिंह 2024 विधानसभा चुनाव में BSL (HSCL POOL) के द्वारा 10-12 वर्ष पूर्व आवंटित क्वाटर जिसमें वो रह रही थी, उसकी सूचना छिपाने का काम किया। मुझे जानकारी मिली है कि उन्होंने BSL (HSCL POOL) के द्वारा आवंटित क्वाटर का किराया भी बकाया रखा है तथा नियमतः शपथ पत्र में No Dues Certificate संलग्न कराना होता है, जो उन्होंने जान बुझ कर नहीं दिया, इस प्रकार श्रीमती श्वेता सिंह ने गलत जानकारी शपथ पत्र के रूप में Notary Public से सत्यापित करके प्रस्तुत किया है। यह एक गंभीर अपराध है।
2. श्रीमती श्वेता सिंह के पास वर्तमान में चार वोटर आईडी कार्ड है. जिसका विवरण निम्नलिखित है :-
(i) EPIC No. GPV2611846- Shweta Singh/शु ?वेता सिंह, पति-संग्राम सिंह बोकारो 36 से निर्गत ।
(ii) EPIC No. GPV9912379- Sweta Singh/स्वेता सिंह, पति संग्राम सिंह- बोकारो 36 से निर्गत।
(iii) EPIC No. ZUU1677376- Shweta Singh/ श्वेता सिंह, पिता-दिनेश कुमार सिंह-झाझा, बिहार से निर्गत।
(iv) EPIC No. OKP027096 SHWETTAA SINGH / श्वेता सिंह, पति- डॉ. संग्राम सिंह बोकारो 36 से निर्गत।
यह भी एक गंभीर अपराध है आखिर एक व्यक्ति चार जगह से मतदाता कैसे हो सकता है? उक्त चारो वोटर आईडी कार्ड के मतदाता सूचना /Voter Information और Voter slip / मतदाता पर्ची की छायाप्रति संलग है।
इसी प्रकार श्रीमति श्वेता सिंह के पास दो पैन कार्ड है , जिसका विवरण निम्न प्रकार है :
(1) (PAN No.CECPS8218E) पिता का नाम दिनेश सिंह।
(ii) (PAN No. CWTPS5392A) जिसमें उनके पति संग्राम सिंह का नाम अंकित है। जबकि PAN Card में हमेशा पिता का नाम अंकित होता है न कि पति का नाम।
गौरतलब है कि यही पैन नं० उन्होंने विधानसभा चुनाव 2024 के नामांकन फार्म में भरा है। सवाल उठता है कि जब पहले से श्रीमती श्वेता सिंह के नाम पैन कार्ड था तो उन्होंने दूसरा पैन कार्ड क्यों और किन परिस्थतियों में बनवाया, यह गहन जाँच का विषय है। ऐसा प्रतित होता है कि निश्श्चत रूप से आधार कार्ड में भी जरूर छेड़-छाड़ हुआ होगा। कहीं ऐसा तो नहीं दो आधार कार्ड भी इनके द्वारा बनाये गये है। यह भी जाँच का विषय है। उपरोक्त तथ्यों से स्पष्ट है कि श्रीमति श्वेता सिंह द्वारा जान बुझ कर उपरोक्त अपराध किये गये है।
अतः प्रार्थना है कि ऊपर वर्णित तथ्यों और उनके संबंध में संलग्न कागजात के यथाशीघ्र सपूर्ण मामलों की जाँच करवाते हुए, भारत सरकार का निर्वाचन आयोग जो एक संवैधानिक संस्था है तथा आयकर विभाग द्वारा प्रतीपादित नियामावली, Guide line एवं अन्य कानूनों के तहत श्रीमती श्वेता सिंह के विरुद्ध समुचित कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उक्त शिकायत बिरंची नारायण नामक व्यक्ति द्वारा किया गया है।
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