Jamshedpur (Nagendra) । मदर्स डे के अवसर पर एम एस आईटीआई की पूरी टीम मां की सेवा के भावना से आशीर्वाद वृद्ध आश्रम जमशेदपुर का दौरा किया। वहां जो मां हैं वह किसी की मां दादी बहन और बेटी है। हम सिर्फ एक दिन को मदर्स डे नहीं मान सकते हैं हर दिन मां का है। हम मां के बगैर अधूरे हैं वृद्धाश्रम में हमें वाकई मां की अहमियत और उनकी कदर देखने में मिली। ऊपर वाले ने मां के रूप में हमारे लिए एक बहुत बड़ा वरदान है। एमएस आईटीआई की प्रिंसिपल मेहरुन निसा रूमी, बुशरा अब्राहम ,नूरजहां, सबा परवीन, मंतशा आलिया और बहुत सारे लोग मौजूद थे।
वहां मां की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ और उन्हें बहुत सी नई बातें सीखने का मौका मिला। वहां एक चीज और आश्चर्यजनक था कि जितने भी वृद्ध आश्रम में मां और बुजुर्ग है सब हाईली क्वालिफाइड पढ़े-लिखे लोग हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन अपने औलाद के लिए त्याग दिया और आज औलाद बाहर की मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रहे हैं। मां को वृद्ध आश्रम में छोड़ दिए हैं यह एक भयानक सच है जिसका सामना हमको करने का मौका मिला। मां के पैरों तले जन्नत है मां की सेवा दुनिया में सबसे बड़ी सेवा है जिस तरह हमें बचपन में पाल पोस के मां-बाप बड़ा करते हैं। हमारा भी फर्ज है कि उनके बुढ़ापे में हम भी उनके साथ वैसा ही व्यवहार करें।
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