Jamshedpur (Nagendra) । स्वदेशी जागरण मंच जमशेदपुर महानगर के 18 वां जिला सम्मेलन का आयोजन चैम्बर भवन बिस्टुपुर में हुआ जिसमे शहर से 300 प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि देश के जाने माने अर्थशाष्त्री स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संयोजक एवं स्वदेशी शोध संसथान के निदेशक डॉ धनपत राम अग्रवाल , सम्मानित अतिथि जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय , स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संघर्षवाहिनी प्रमुख अन्नदा शंकर पाणिग्रही एवं राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के जमशेदपुर विभाग संयोजक इन्दर अग्रवाल रहे। उद्घाटन सत्र का संचालन जिला संयोजिका राजपति देवी , स्वागत भाषण महानगर सह संयोजक मुकेश ठाकुर, विषय प्रवेश प्रान्त के प्रचार प्रमुख अमित मिश्रा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक बिकास जायसवाल ने किया। इस एक दिवसीय सम्मलेन में कुल 4 सत्र हुए जिसमे भारत का वर्तमान आर्थिक परिदृश्य और समृद्ध भारत में स्वदेशी जागरण मंच की भूमिका , स्वदेशी-सुरक्षा -स्वावलम्बन अभियान , सतत विकास , पर्यावरण और स्वावलम्बन के विषयों पर अनेक वक्ताओं के सम्बोधन हुए। शहर की विधि व्यवस्था , कचड़ा प्रबंधन एवं स्वच्छता एवं शहर की यातायात समस्याओं पर एक प्रस्ताव रखा गया जिसे सारे प्रतिनिधियों ने ॐ की ध्वनि से समर्थन दिया।
स्वदेशी शोध संस्थान के निदेशक डॉ धनपत राम अग्रवाल ने कहा की आज पूरा देश यह जान गया है की स्वदेशी ही एकमात्र ऐसा आधार है जिससे हम भारत को एक वैभवशाली एवं समृद्धशाली देश बना सकते है। उन्होंने कहा की हमे विवेकपूर्ण ढंग से एक विकास का मॉडल तैयार करना होगा जिससे देश गरिबिमुक्त , रोजगार युक्त और प्रदुषणमुक्त पर्यावरण रहे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार हम दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था है लेकिन प्रति व्यक्ति आय के अनुसार हम 142 वे स्थान में है। हम पुरे विश्व की जनसँख्या के लगभग 18.5% है लेकिन विश्व की कुल आमदनी का 3.5 % आय का अर्जन ही हम कर पा रहे हैं। इस परिदृश्य को बड़कने के लिए हमे दो प्रमुख काम करने होंगे - पहला जितने उत्पाद का भारतीय विकल्प यदि हमारे पास है तो हमे उसे ही लेना चाहिए और दूसरा हमारी शिक्षा पद्धति में अनुसंधान सम्बंधित विषयों एवं प्रोजेट्स को जोड़ना होगा। साथ ही हमारी साड़ी भारतीय कंपनियां रिसर्च एंड डेवलपमेंट में यदि अपना ध्यान बढ़ा दे तो आने वाले समय में हम भी चीन, अमेरिका और यूरोप जैसे विक्सित देशो को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
ऐसा हमने सुरक्षा के छेत्र में कर के भी दिखाया ह। उन्होंने कहा की आज से 400 साल पहले पहले साड़ी दुनिया की आय मूलतः कृषि आधारित थी। आज अमेरिका लगभग 7.7 ट्रिलियन डॉलर रॉयलिटी से कमाता है जिसका प्रमुख वजह उसकी शिक्षा , कौशल विकास और अनुसंधान ह। वर्तमान में हम भी इन छेत्रों को केंद्रित कर कार्य करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन बतौर ज़िम्मेदार नागरिक हमे सरकार से इन विषयों पर जोर देने की मांग भी करनी होगी और स्वयं भी इसमें उनका सहयोग करना होगा , तभी जा कर हमारा देश बनेगा समृद्ध एवं वैभवशाली।
मंच के अखिल भारतीय संघर्षवाहिनी प्रमुख अन्नदा शंकर पाणिग्रही जी ने कहा कि आज स्वदेशी को केवल स्वावलम्बन ही नहीं बल्कि सुरक्षा के विषय पर भी जनता को जागरूक करना होगा। भारत को आर्थिक रूप से सुरक्षित , समृद्ध और स्वावलम्बी बनाने हेतु हमे संकल्प लेना होगा कि हम अपने घर परिवार और व्यापार में स्थानीय और स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता दें एवं चाइनीज , तुर्की ,अमेरिका और अन्य विदेशी कंपनियों के उत्पाद के प्रयोग से बचे। गुणवत्ता पूर्ण रोजगार उद्यमितासे आता है। हर घर स्वदेशी ,हर युवा उद्यमी के विचार को जान जान तक पहुँचाना होगा। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने कहा कि महात्मा गाँधी के स्वदेशी आंदोलन को बचाये रखने में और आगे बढ़ाने में स्वदेशी जागरण मंच कि अहम् भूमिका रही। आज विकसित देश यह नहीं चाहते कि विकासशील देशों का उत्पाद उन तक पहुंचे जिसके वजह से आज वे टैरिफ वार छेड़े हुए हैं। आज से 35 वर्ष पुर जिस परिस्थितियों में स्वदेशी जागरण मंच का गठन हुआ आज के परिवेश में उसकी प्रासंगिकता ज्यादा है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी भावना को ह्रदय में रख कर यदि भारतवासी कार्य करें तो हमारे देश को महान दुनिया कि सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता। राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक इन्दर अग्रवाल जी ने संघ के शताब्दी वर्ष के बारे में बताते हुए पांच प्रण की बात कही जिसमे प्रमुखता स्वदेशी को दिया। उन्होंने जनता से स्वदेशी को व्यवहार में लाने की अपील के साथ उनसे आग्रह किया की वे अपने बच्चों के संस्कार में स्वदेशी का प्रयोग की बातों को डालें ताकि भविष्य में हमारा देश पूर्णतः आत्मनिर्भर एवं आर्थिक शक्ति बने।
सम्मलेन के दूसरे सत्र में खादी ग्रामोद्योग आयोग के पूर्वी भारत के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह ने सतत विकास , प्रान्त के विचार विभाग के प्रमुख जटाशंकर पांडेय ने स्वावलम्बन पर अपनी बातों को रखा। मंच के प्रान्त चिकित्सा प्रमुख डॉ अनिल राय ने शहर में बढ़ते नशाखोरी , चेन स्नैचिंग , गैरकानूनी वारदातें , कचड़ा प्रबंधन , प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग , मेडिकल वेस्टेज का सड़क पर फेंके जाने और पर्यावरण के दृश्टिकोण से हर सोसाइटी में 33 प्रतिशत ग्रीन एरिया और रेन वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य करने के विषयों पर प्रस्ताव रखा जिसे सारे स्वदेशी समर्थकों ने अपने समर्थन दिया। तृतीय सत्र संगठनात्मक रहा जिसमे अखिल भारतीय सह पर्यावरण प्रमुख बन्दे शंकर सिंह ने मंच अनेक दायित्वों के बारे में विस्तार से बताते हुए आगामी कार्यक्रमों गए जो इस प्रकार से हैकी जानकारी साझा की साथ ही समारोप सत्र में सभी समर्थकों ने स्वदेशी , सुरक्षा एवं स्वावलम्बन सपथ लिया। संगठन में कुछ नए दायित्वा भी दिए गए जो इस प्रकार से है : ----
जिला सह संयोजक- विकास जायसवाल, जिला विचार विभाग प्रमुख- अशोक कुमार, जिला सह विचार विभाग प्रमुख- मनोज सकुजा, जिला संपर्क प्रमुख -जयप्रकाश सिंह , जिला प्रचार प्रमुख श्रीमती प्रमुख -श्रीमती संगीता श्रीवास्तव, जिला कार्यालय प्रमुख -हरिदास नायक, कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मुरलीधर केडीया , अशोक गोयल , रविंद्र जी , मधुलिका मेहता , पंकज सिंह , केपी चौधरी , राज कुमार साह , कंचन सिंह, विकास साहिनी , राजा राम मनोज सकुजा , गुरजीत सिंह , एम् भवानी , किरणजीत कौर , चिरंजीत कौर , मुकेश भदानी , मनोज सकुजा , सत्यनारायण , संजीत प्रामाणिक , संगीता श्रीवास्तव , रचना श्रीवास्तव , कोना सुजाता ,संजना साहू , रमेश जी, अजित सिंह , सुनीता मिश्रा , जगदेव सिंह , देव कुमार , राजेश बरनवाल , सुनील गुप्ता , रिंकू दुबे , प्रतिभा सिंह के अलावा 300 समर्थक उपस्थित रहे।
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