Guwa (Sandeep Gupta) छोटानागरा पंचायत क्षेत्र में मनरेगा योजनाओं में गंभीर अनियमितताओं और गड़बड़ी का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने बैठक कर आरोप लगाया है कि छोटानागरा गांव निवासी अमित दास द्वारा योजनाओं का पैसा निकाल लिया गया, लेकिन लाभुकों तक अब तक राशि नहीं पहुंची। ग्रामीणों का कहना है कि बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना के तहत पंचायत में कुल 7 लाभुकों को चयनित किया गया था, लेकिन बीते 5 वर्षों से किसी को भी पैसा नहीं मिला।
आश्चर्य की बात यह है कि लाभुक साहू सुरीन की योजना से भी पैसा निकाल लिया गया है। आरोप यह भी है कि सामान्य जाति और ओबीसी जाति के लोगों को एसटी (अनुसूचित जनजाति) बनाकर उनके जॉब कार्ड से भी पैसा निकासी कराया गया। इसके अलावा पंचायत के विभिन्न गांवों में मेढ़बंदी और दीदी बाड़ी योजना के नाम पर भी धन की गड़बड़ी की गई। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने बार-बार ग्रामसभा पेपर, एमआईसी पेपर, सेंशन सूची, लाभुकों का खाता नंबर और प्लॉट नंबर जमा करने के बावजूद योजनाएं पास नहीं हुईं। इसके विपरीत, आरोप है कि अमित दास बिना प्रमोटर बने ही योजनाएं पास करा लेते हैं और घर-घर जाकर मशीन से पैसा निकासी कराते हैं। इस घोटाले के मुद्दे पर अब तक 3 बार बैठक की जा चुकी है, लेकिन अमित दास इनमें से किसी भी बैठक में उपस्थित नहीं हुए।
हाल ही में हुई बैठक में पंचायत के मुखिया मुन्नी देवगम, उपमुखिया रमेश हांसदा, मुंडा कानूराम देवगम, मुंडा विनोद कुमार बारीक, मुंडा रोया सिदू, मुंडा प्रीति सुरीन, कामेश्वर मांझी, साहू सुरीन, सुकराम सुरीन, मछुआ चाम्पिया, अरुण दास, गुरा मुर्मू, शुनील हांसदा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
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