Upgrade Jharkhand News. जमशेदपुर समेत पूरे कोल्हान की हवा दिनों-दिन जहरीली होती जा रही है। औद्योगिक उत्सर्जन, बढ़ते वाहन, निर्माण कार्यों की धूल और घटती हरियाली के कारण वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक सीमा पार कर रहा है। स्थिति यह है कि बीते एक वर्ष में करीब 50 हजार लोग सांस और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों का शिकार हुए हैं। अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है और शहर भर में इनहेलर, नेबुलाइज़र, एंटी-एलर्जिक दवाओं की खपत रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुकी है। अनुमान है कि कोल्हान में इन रोगों पर सालाना 50 करोड़ रुपये से अधिक दवाओं पर खर्च हो रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बढ़ते PM2.5 और PM10 कण फेफड़ों की क्षमता को तेजी से कम कर रहे हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों में गंभीर असर दिख रहा है। डॉक्टरों के अनुसार जमशेदपुर के कई औद्योगिक इलाकों में प्रदूषण का स्तर राष्ट्रीय मानक से कई गुना अधिक पाया गया है।

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