ईचागढ़ । इस आधुनिक युग में भी गांवों में किसान महिला मजदूरों से ही धान की रोपनी करते आ रहे हैं । तकनीकी के क्षेत्र में भारत काफी आगे है और भारत गांव में ही बसती है,मगर बीडंबना है कि आज भी गांवों के किसान पुराने पद्धति से ही खेते करने में मजबुर है।
वहीं सरायकेला खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के आगसीया उत्पादक समुह द्वारा प्रखंड क्षेत्र में पहली बार राइस ट्रांसप्लांटर मशीन द्वारा बुधवार को नए तकनीकी से धान की रोपनी किया। आपको बता दूं कि जोहर परियोजना द्वारा संचालित आकर्षिणि प्रोड्यूसर कम्पनी अंतर्गत CHC के माध्यम से प्रखंड में पहली बार राइस ट्रांसप्लांटर के द्वारा धान की रोपाई अगसिया उत्पादक समूह में की गई।
इस विधि से 2 से ढाई घंटे में एक एकड़ की रोपाई की जाती है ,जिसमे पैसे की बचत समय की बचत तथा 10 से 20 प्रतिशत फसल की वृद्धि होती है। इस मशीन के लाभ किसान पहली बार उठा रहे हैं। किसानों को उत्पादक समुह के माध्यम से मशीन द्वारा धान रोपाई को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सरकार की जोहर परियोजना किसानों को नई तकनीक से खेती करने के लिए जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही नये कृर्षी उपकरणों का वितरण कर किसानों को खेती से अधिक उत्पादन करने के लिए प्रेरित करते हैं।
वहीं उत्पादक समुह के चंचला महतो व मेनका देवी ने कहा कि सीएचसी के माध्यम से उत्पादक समिति को तह मशीन उपलब्ध कराया गया है, जिसमें पहली बार नये तकनीकी मशीन से रोपाई किया गया। उन्होंने कहा कि इसमें एक घंटे में दो से ढाई एकड़ जमीन पर श्री बीधी से धान रोपाई हो रहा है। इसमें समय एवं खर्च का भी बचत होता है।
उन्होंने कहा कि 10से 15 प्रतिशत उपज भी अधिक होता है। कहा कि किसानों को इस मशीन से रोपनी करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मौके पर CHC के जिला समन्वयक पुरुषोत्तम कुमार,अबीर बनर्जी,विभूषित तिर्की,राज्य टीम से प्रभाकर झा आदि उपस्थित हुए ।
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