गुवा । सोमवार को गुवा नानक नगर में हिन्दी सीने जगत के महानतम पार्श्वगायक मोहम्मद रफ़ी को उनके 43वाँ पुण्यतिथि पर स्थानीय कलाकारों ने पार्श्वगायक मोहम्मद रफी के फोटो पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस दौरान स्थानीय गायक कलाकार हरजीवन कच्छप ने रफी के जीवन से संबंधित अनछुए पलों को याद करते हुए कई भूले बिसरे नगमों को गुनगुनाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
श्री कच्छप ने कहा कि 31 जुलाई 1980 को मरहूम रफ़ी साहब ने दुनिया को अलविदा कह गए थे। मगर उनकी अमर आवाज युगों युगों तक लोगों के दिलों में राज करती रहेगी। मोहम्मद रफ़ी तू बहुत याद आया, दिल क़ा सुना साज आदि गीतों ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।
कलाकारों में अरुण वर्मा, भानुचंद्र दास ,श्वेता कच्छप ,संतोष बेहेरा ,कुमार सोनू एंव मोना ने एक से बढ़कर एक नगमें प्रस्तुत किए। जिनमें हम तुमसे जुदा होके,तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम ,आया रे खिलौना वाला आदि गीत शामिल थे। मौके पर बेनूधर पान ,राजश्री, सुशांत एंव अन्य मौजूद थे।
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