चक्रधरपुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बुधवार को चक्रधरपुर प्रखंड के टोकलो हाई स्कूल मैदान में समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि विधायक सुखराम उरांव एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक शशिभूषण सामड, मुखिया सरिता गागराई, समाजसेवी विजय सिंह गागराई, काग्रेस नेता विजय सिंह सामड, भाजपा नेता विजय मेलगांडी, रीता सुम्बरुई, मानकी राजू जामुदा, शिक्षक नंदलाल बाकिरा, रान्दो कोड़ा, माथो केराई, बालेन्द्र तियु, छोटेलाल गागराई आदि ने भगवान बिरसा मुंडा के अलावा हो समाज के महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण व श्रद्धांजलि अर्पित कर किया। तत्पश्चात समाज के बच्चों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
संबोधित करते हुए विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि आदिवासी समाज में परम्परा व सांस्कृति जीवित है। उसे आगे भी जीवित रखना है। विश्व आदिवासी दिवस हमारे लिए एक उत्सव है। उन्होंने ने कहा कि समाज में शिक्षा की कमी के कारण आत्मविश्वास पैदा हो रहा है। उसे दूर करने के लिए समाज के अंतिम व्यक्ति को शिक्षित होना पड़ेगा। तभी हमारा समाज आगे बढ़ेगा लोग आगे बढ़ेंगे। वहीं पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने कहा कि आदिकाल से देश भर के आदिवासीयों को अपने स्वार्थ के लिए शोषण का शिकार बनाया गया है। युगों तक संघर्ष करने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 13 सितम्बर 2007 को विश्व के आदिवासी अधिकारों की घोषणा की गई। तभी से समाज विश्व आदिवासी दिवस मना रही हैं। उन्होंने ने कहा कि जल, जंगल, जमीन, भाषा, संस्कृति, रिति रिवाज, कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। इसके अलावा आमंत्रित अतिथियों ने भी आदिवासी समाज की उत्थान को लेकर संबोधित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संरक्षक मानकी बागुन सोय, सह संरक्षक मुंडा रान्दो कोड़ा, सलाहाका नितिमा जोंकों, दोराई हांसदा, आन्ति सामाङ, सरिता गागराई, बेलमति बंकिरा, बबलु पुर्ती, अनंत कुमार हेम्ब्रोम, मुचिया सामाङ, अध्यक्ष श्रीराम सामङ, उपाध्यक्ष सावन डांगिल, सचिव मथुरा गागराई, सहसचिव जेमा सामाङ आदि का सराहनीय योगदान रहा। मौके पर काफी संख्या में हो समाज के लोग मौजूद थे।
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