जानकारी हो कि चित्रेश्वर का पौराणिक शिव मंदिर झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। इस मंदिर में पूजा अर्चना के लिए सालों भर श्रद्धालु आते हैं, मगर सावन के महीना में भगवान शंकर को जलाभिषेक करने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
तीनों राज्य से कावड़िया यहां आते हैं, परंतु मंदिर तक जाने वाली दोनों सड़कें पिछले कई वर्षों से बदहाल हैं। मदनशोल चौक से करीब एक किलोमीटर और गेटीटोला से करीब डेढ़ किलोमीटर मंदिर तक आने वाली सड़क की मरम्मत की दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। इतना अवश्य होता है कि जब श्रद्धालुओं को ज्यादा परेशानी होने लगती है तब जनप्रतिनिधि इन गड्ढों में स्लैग या फिर मोरम भरवाने का काम कर देते हैं। इस बार भी सड़क पर मोरम भरवा दिया गया और सड़क का कुछ भाग दलदल में तब्दील हो गया।
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