इसके बाद भागलपुर से आए संतों द्वारा ईश्वर की भक्ति पर प्रवचन दिया गया। उन्होंने कहा कि नि:स्वार्थ भाव से ईश्वर की भक्ति करना ही सच्ची भक्ति है और यह हमारा परम कर्तव्य है। प्रभु का सच्चा भक्त वही है जो भगवान से ही प्रेम करता है। सच्चे हृदय से उन्हें याद करता है, किंतु उनसे संसार की कोई वस्तु नहीं मांगता।
इस दौरान उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को ध्यानाभ्यास करने के तरीकों और उससे होने वाले लाभों को भी बताया। इसके आयोजन में समिति के मुरलीधर केडिया, कमलेश शर्मा, राम किशोर शर्मा, मंत्री रमन लाभ, अनिल शर्मा, शारदा अग्रवाल, उमेश सिंह, संजय कुमार आदि सदस्यों की प्रमुख भूमिका रही।
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