पुस्तक का विमोचन होगा आगामी 14 अक्टूबर को हरिणा में,,,,
हाता। झारखंड के सुप्रसिद्ध कवि और लेखक सुनील कुमार दे द्वारा रचित इतिहासिक बंगला धार्मिक पुस्तक,,महातीर्थ मुक्तेश्वर धाम हरिणा,,की छपाई काम समाप्त हो चुकी है। श्री दे का यह पुस्तक का विमोचन 14 अक्टूबर 2023 सुबह 10 बजे महालया के दिन हरिणा में एक बिशेष समारोह में किया जायेगा। समारोह का आयोजन मुक्तेश्वर धाम आश्रम समिति द्वारा किया गया है। श्री दे का यह 34 वा पुस्तक है।
उन्होंने बंगला में 26 और हिंदी में 8 पुस्तकें प्रकाशित की है। बिगत 25 सितम्बर 2022 को कापड़ गादी घाटे र रुंकिनी माँ और 30 मार्च 2023 को युग पुरूष विनय दास बाबाजी पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है जो की काफी लोकप्रिय हुई है। सुनील कुमार दे ने हरिणा बाबा का पुस्तक बाबा की कृपा से तीन महीने अंदर लिख डाला। पुस्तक में शिव जी की महिमा,मुक्तेश्वर धाम शिव बाबा का आविर्भाव की कथा और कहानी, हरिणा में शिव जी की पूजा कब से शुरू हुई,मुक्तेश्वर धाम में क्या क्या मंदिर है, पुजारियों का विवरण,साधु महात्माओं का विवरण, मुक्तेश्वर धाम का पूजा,पार्वण और उत्सवों का विवरण,यातायात का विवरण आदि का वर्णन सरल भाषा में किया गया है।
सुनील कुमार दे को यह पुस्तक लिखने में पुजारी बजरणकन दंडपाठ, हेमंत कुमार मंडल, शिशिर मंडल, कमल नायक, विद्याधर साहू, निरंजन बारीक आदि ने सहयोग किया है। यह पुस्तक झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। पुस्तक में शिक्षिका बीथिका मण्डल में भूमिका लिखी है। इसके अलावे सुधांशु शेखर मिश्र,रघुनंदन बनर्जी,शंकर चंद्र गोप, बजरणकण दंडपाठ, कमल नायक, अशोक नायक, विद्याधर साहू, जय हरि सिंह मुंडा, उज्वल मंडल, डॉक्टर बिकास चंद्र भकत, विश्वामित्र खंडायत, आशुतोष मंडल आदि ने शुभकामनाएं देते हुए अपने अपने महत्वपूर्ण विचार दिया है और पुस्तक का मान बढ़ाया है। श्री दे का यह पुस्तक भक्तजन काफी पसंद करेंगे यह उम्मीद है। पर्यटकों के लिए यह पुस्तक गाइड का काम करेंगे।
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