चक्रधरपुर। झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ पश्चिम सिंहभूम जिला शाखा के बैनर तले झारखंड राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की एक रविवार को चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल परिसर में आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला शाखा के संरक्षक हरदेव सिंह यादव ने की। बैठक के दौरान आगामी 5 नवंबर को संघ के होने वाले सम्मेलन को सफल बनाने पर चर्चा की गई।
बैठक में उपस्थित महासंघ के राज्य उपाध्यक्ष सदानंद होता ने कहा कि झारखंड गठन के 22 साल के बाद भी सरकारी विभागों में वर्षों से बड़ी संख्या में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है। कई कर्मचारी की तो नियमितीकरण के इंतजार में उम्र भी खत्म हो रही है। इसके बावजूद सरकारी विभागों में निजी रूप से कर्मचारियों को कार्य पर कम मानदेय पर रखा जा रहा है। इन सभी मुद्दों को लेकर 5 नवंबर को चाईबासा में संघ की ओर से सम्मेलन किया जाएगा।
जिसमें संघ के वरीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में कर्मचारियों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाकर आवाज बुलंद किया जाएगा। सम्मेलन के माध्यम से कर्मचारियों की मांगों को सरकार तक पहुंचाना है। वहीं जिला शाखा के संरक्षक हरदेव सिंह यादव ने कहा कि राज्य हो या केंद्र सरकार अनुबंध में कार्यरत एनएचआरएम कर्मी के प्रति ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा अल्प मानदेय देकर सरकार बेरोजगार युवक-युवती से कार्य करा रही है।
जब जब आंदोलन होता है सरकार आश्वासन देकर मुकर जाती है। सरकार कोरोना महामारी के समय सभी एनआरएचएम कर्मियों की सेवा का अनदेखी कर रहा है। झारखंड राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष सुनीता बारी ने कहा कि एनएचआरएम कर्मी संघ-महासंघ के आंदोलन में हमेशा आगे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नियमितकरण करने की दिशा में सार्थक कदम नहीं उठा रही है। बाध्य होकर पुनः हमे आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा। मौके पर शैलेंद्र कुमार, बाबूलाल दोंगों, प्रियंका कुमारी, सुधा कुमारी, जगन्नाथ पासवान, रवि प्रकाश राम के अलावे झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ एवं झारखंड राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ से जुड़े विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मचारी मौजूद थे।
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