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मासिक लोक अदालत में 108 मामलों का हुआ निष्पादन, 6,06,280.00 की राशि का हुआ समायोजन, 108 cases executed in Monthly Lok Adalat, amount of Rs 6,06,280.00 adjusted


चाईबासा। जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम के तत्वावधान में स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला की अध्यक्षता में मासिक लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान गठित 9 बैंचों में मामलों की सुनवाई करते हुए न्यायिक पदाधिकारियों ने कुल 108 वादों का सफल निष्पादन किया तथा 6,06,280.00 ( छह लाख छह हज़ार दो सौ अस्सी रुपए मात्र) की राशि का समायोजन किया गया।

प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने बताया कि लोक अदालत विभिन्न प्रकार के वादों को सुलझाने का एक सक्षम और सुलभ माध्यम है जिसमें लोग अपने सुलहनीय मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए अपील कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि आज के लोक अदालत में न्यायिक पदाधिकारियों योगेश्वर मणि, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय, ओम प्रकाश, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, सूर्य भूषण ओझा, ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय, कल्पना हजारिका जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ, श्रीमती राजश्री अपर्णा कुजुर, न्यायिक दंडाधिकारी सीनियर डिवीजन, राजीव कुमार सिंह, सचिव ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार, तौसीफ मेराज, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सदर, अमिकर परवार, रेलवे दंडाधिकारी, ऋषि कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी के द्वारा मामलों का निष्पादन किया गया। उपरोक्त जानकारी प्राधिकार के प्रभारी सचिव राजीव कुमार सिंह ने दी।

झींकपानी में 100 दिवसीय विधिक जागरूकता अभियान के तहत चलंत लोक अदालत के माध्यम से विधिक जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन : 

प्राधिकार देता है सभी के लिए न्याय :राजीव कुमार सिंह, सचिव : जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के तत्वावधान में  के समक्ष 100 दिवसीय विधिक जागरूकता अभियान के तहत चलंत लोक अदालत के माध्यम से विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने लोगों को सम्बोधित किया, उन्होंने बाल विवाह, बाल श्रम, बाल मजदूरी, डायन कुप्रथा, घरेलू हिंसा तथा 9 दिसंबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी प्रदान की।

इस अवसर एल ए डी सी के उप प्रमुख सुरेंद्र प्रसाद दास, पीएलवी मो शमीम, मदन किशोर निषाद और संजय निषाद भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को सामान्य विधिक जानकारी प्रदान करते हुए डीएलएसए द्वारा प्रदत्त विधिक सुविधाओ के बारे में भी बताया गया तथा प्राधिकार के द्वारा प्रदत्त कानूनी जानकारी से सम्बन्धित पंपलेट भी लोगों के बीच वितरित किया गया। इसकी जानकारी प्राधिकार के सचिव श्री राजीव कुमार सिंह के द्वारा दिया गया।

डालसा के द्वारा विशेष लोक अदालत (21 से 24 नवंबर) में हुआ 73 मामलों का सफल निष्पादन : झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंह्भूम के द्वारा राजस्व एवं  संबंधित मामलों के निष्पादन के लिए विशेष लोक अदालत का आयोजन 21 से 24 नवंबर 2023 तक किया गया था, इस हेतु एक बेंच का गठन किया गया था। जिसमें तौसीफ मिराज अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सदर सह सिविल जज तथा संतोष कुमार सिन्हा अपर उपायुक्त ने इस दौरान न्यायिक और कार्यकारी अदालत में लंबित राजस्व और इससे सम्बन्धित 73 मामलों का सफल निष्पादन किया गया। प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने उपरोक्त जानकारी दी।

प्रधान जिला जज की अध्यक्षता में रैफरल जजों की मध्यस्थ अधिवक्ताओं के साथ बैठक :  मध्यस्थता को और व्यावहारिक व सहज बनाने के विभिन्न पहलुओं पर हुआ विचार विमर्श ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा के तत्वावधान मे स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर स्थित बैठक कक्ष में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा विश्वनाथ शुक्ला की अध्यक्षता में रैफरल न्यायधीशों और प्राधिकार के कुशल मध्यस्थ अधिवक्ताओं के बीच मध्यस्थता के माध्यम से विभिन्न मुद्दों के निष्पादन के विषय पर तथा इसे और सुलभ व व्यावहारिक बनाने पर मंथन किया गया।

इस अवसर पर सभी को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला ने न्यायिक व्यवस्था में मध्यस्थता के महत्व और उसके सामाजिक प्रभाव पर अपने विचार रखे उन्होंने सभी लोगों के बीच मध्यस्थता के कई पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने दोनों पक्षों को समान रूप से आपसी सहमति के द्वारा मामले के सुखद निष्पादन पर होने वाली मानसिक और भावनात्मक रूप से संबंधों के सशक्त बने रहने को भी उपलब्धि पूर्ण बताया उन्होनें कहा कि यह मैत्रीपूर्ण तरीके से विवाद के समाधान का जरिया है, जिसमे दोनों पक्षों में किसी की हार नहीं होती, और कोई मानसिक दवाब में भी नहीं होता।

बैठक में मध्यस्थ अधिवक्ताओं ने भी व्यावहारिक रूप से आने वाली विभिन्न चुनौतीयों पर चर्चा की और सुझाव भी दिया। बैठक में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार विश्वनाथ शुक्ला, न्यायिक पदाधिकारियों योगेश्वर मणि, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय, ओम प्रकाश, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, सूर्य भूषण ओझा, ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय, कल्पना हजारिका जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ, श्रीमती राजश्री अपर्णा कुजुर, न्यायिक दंडाधिकारी सीनियर डिवीजन, राजीव कुमार सिंह, सचिव ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार, तौसीफ मेराज, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सदर, अमीकर परवार, रेलवे दंडाधिकारी, ऋषि कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी प्राधिकार के प्रभारी सचिव राजीव कुमार सिंह ने दी।

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