चक्रधरपुर। लोहार जनकल्याण समिति के बैनर तले कोल्हान प्रमंडल की लोहार, लोहरा, कमार जाति की एक सामाजिक बैठक लोहार जन कल्याण सर्व भारतीय के अध्यक्ष अजय शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को चक्रधरपुर शहर के वन विश्रामागार परिसर में संपन्न हुआ। बैठक में समाज के लोगों ने निर्णय लिया कि आने वाले दिनों में लोहार समाज अपने साथ हो रहे अन्याय, भेदभाव एवं उपेक्षा के खिलाफ गोल बंद होकर सरकार के समक्ष एवं केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराएगी।
उन्हें बताया जाएगा की समूचे तौर पर पारंपरिक एवं सांस्कृतिक रूप से अनुसूचित जनजाति होने के बावजूद अनुसूचित जनजाति का दर्जा नहीं दिया जा रहा है। लिपीय त्रुटि के कारण हमें अपना उचित हक नहीं मिल रहा है। बैठक में 12 सदस्यों की मार्गदर्शक मंडली का गठन किया गया। जिसमें सागरो लोहार, बन बिहार लोहार, दशरथ लोहार, अजय शर्मा, मधुसूदन लोहार, नरेश लोहार, राजकुमार लोहार आदि को शामिल किया गया है।
बैठक को संबोधित करते हुए लोहार जन कल्याण सर्वभारतीय के अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि लोहार जाति को सरकार केवल पांच जिला में ही एसटी का दर्जा दिया है, जबकि कोल्हान क्षेत्र को छोड़ दिया गया है। झारखंड राज्य में लोहरा जाति को सरकार एसटी का दर्जा दिया है, लेकिन लोहार जाति के लोगों को नहीं, जबकि लोहरा व लोहार एक ही जाति है। हेमंत सरकार से मांग किया जा रहा है कि लोहार और लोहरा जाति में कोई फर्क नहीं है।
लोहार जाति ही एसटी है। लोहार व लोहरा में जो त्रुटियां हुई है उसे सुधार कर एसटी का दर्जा दिया जाए। लोहार और लोहरा में जो त्रुटियां हुई है उसी के चलते आज धार्मिक, सांस्कृतिक, परंपरा, रीति-रिवाज दयनीय अवस्था में चला गया है। लोहार लोगों का मालीअवस्था दिन पर दिन बिगड़ता जा रहा है। मौके पर सागर लोहार, राजू लोहार, अरुण लोहार, दुखु लोहार, रामचंद्र लोहार, लगेन लोहार, नरेश लोहार, राजकुमार लोहार, अशोक लोहार, सुशील लोहार, सुनील कुमार लोहार, विश्वकर्मा लोहार, दीपक लोहार आदि मौजूद थे।
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