रांची। साइबर अपराध के मामले में झारखंड का जामताड़ा यूं ही बदनाम है। जामताड़ा के चलते पूरा झारखंड भी बदनाम है। हालांकि, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बता रहे हैं कि झारखंड तो साइबर अपराध पर नियंत्रण के मामले में अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। 2020 में साइबर अपराध की घटनाओं के दृष्टिकोण से झारखंड जहां 11वें स्थान पर था, 2022 में स्थिति थोड़ी बदली, लोगों में जागरूकता बढ़ी और पुलिस भी सतर्क हुई तो झारखंड एक पायदान और नीचे घिसका और 12 वें स्थान पर पहुंच गया है।
सिर्फ वर्ष 2022 के साइबर अपराध के आंकड़ों को देखें तो इस वर्ष तेलंगाना टॉप पर रहा। तेलंगाना में साइबर अपराध से संबंधित 15297 कांड दर्ज किए गए। वहीं, दूसरे स्थान पर कर्नाटक रहा, जहां 12556 केस, तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश जहां 10117, चौथे स्थान पर महाराष्ट्र जहां 8249 केस, पांचवे स्थान पर आंध्र प्रदेश जहां 2341, छठे स्थान पर तमिलनाडू जहां 2082 केस दर्ज हुए।
वर्ष 2022 में सातवें स्थान पर ओडिशा जहां 1983 केस, आठवें स्थान पर राजस्थान जहां 1833 केस, नौवें स्थान पर असम जहां 1733, दसवें स्थान पर बिहार जहां 1621 केस, 11वें स्थान पर गुजरात जहां 1417 केस व 12वें स्थान पर झारखंड रहा, जहां सिर्फ 967 केस दर्ज हुए हैं।
No comments:
Post a Comment