चक्रधरपुर। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में फंसे महादेव नायक 20 दिन बाद अपने गाँव शनिवार को घर लौटने पर चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा में जमकर खुशियां मनाई गई। उसके स्वागत में पूरे गाँव में जश्न का माहौल रहा। रांची से निकलने के बाद बंदगाँव से लेकर चक्रधरपुर तक महादेव नायक का जगह-जगह स्वागत किया गया। इसके बाद जब महादेव नायक चक्रधरपुर चेलाबेड़ा गाँव पहुंचे तो गाँव वालों ने महादेव नायक को ढोल नगाड़े के बीच आतिशबाजी करते हुए फुल माला पहनकर स्वागत किया। महादेव नायक के वापस लौटने की ख़ुशी में जमकर आतिशबाजी भी की गयी। मालूम रहे की दीपावली के दिन महादेव नायक सहित 41 मजदूर सुरंग में फंस गए थे।
तभी से चेलाबेड़ा गाँव में कोई त्यौहार उत्सव नहीं मनाया गया था। महादेव के लौटने पर गाँव में उत्सव का माहौल दिखा। महादेव ने लौटते ही अपने माता पिता के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। वहीँ माता पिता ने मिठाई खिलाकर और माला पहनाकर अपने बेटे का स्वागत किया। वहीँ बहनों ने भाई के पैर धोये और उनपर फुल बरसाकर उनका घर पर स्वागत किया। इस दौरान महादेव के दोस्तों में भी ख़ुशी की लहर दिखी। दोस्तों ने झूमते हुए महादेव को कंधे पर बिठा लिया और नाचते हुए अपने ख़ुशी का इजहार किया।
महादेव ने इस दौरान अपने गाँव में स्थित मंदिर में माथा टेका और भगवान् से आशीर्वाद लिया। महादेव के स्वागत में बहनों ने घर के आंगन में सुन्दर रंगोली बनायीं थी। वहीं मिठाई पकवान भी भाई के लिए बना रखा था। उनके स्वागत में आसपास गांव से सैकड़ों लोग उपस्थित थे। मालूम रहे की महादेव नायक 17 दिनों तक 41 मजदूरों सहित उत्तराखंड के सुरंग में फंसे हुए थे। सुरंग से सुरक्षित बाहर निकलने के बाद जब वे गाँव लौटे तो सभी ने उसका जोरदार स्वागत किया और अपनी ख़ुशी का इजहार किया।
केंद्र सरकार और रेस्क्यू टीम के अथक प्रयास से उन्हें नया जीवन मिला: महादेव
महादेव नायक ने सुरंग के अन्दर बिताये पलों को याद किया और कहा की उत्तराखंड की सरकार, केंद्र सरकार और रेस्क्यू टीम के अथक प्रयास से उन्हें नया जीवन मिला है। जब सुरंग धंसी तो उन्हें बचने की उम्मीद कम लग रही थी, लेकिन जब सरकार ने पाइप से बात कर उनकी हिम्मत को बढाया और कहा की वे उनको बाहर निकाल लेंगे। तब जाकर महादेव और 41 मजदूरों में इस विषम परिस्थिति को पार करने हौसला बंधा। महादेव को आर्थिक सहयोग के नाम पर उत्तराखंड की सरकार ने एक लाख रुपये और कंस्ट्रक्शन कंपनी ने दो लाख रुपये की मदद दी है। महादेव नायक ने कहा है की उन्हें मजबूरन दुसरे राज्य में जाकर जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ता है। राज्य सरकार अगर उनके लिए रोजगार की व्यवस्था यहाँ कर दें तो वे राज्य से बाहर रोजगार के लिए नहीं जायेंगे।
मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. विजय सिंह गागराई भी पहुंचे और महादेव नायक का माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया। मौके पर डॉ विजय सिंह गागराई ने घोषणा की कि वे अपने स्तर से रोजगार की ऐसी व्यवस्था महादेव नायक के लिए करेंगे, ताकि उसे राज्य से बाहर जान जोखिम में काम करना ना पड़े। यही नहीं उन्होंने उनके बड़े भाई की शादी में भी हर तरह की मदद करने की बात कही है।
जिला प्रशासन ने किया महादेव नायक को स्वागत : पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त के निर्देशन में जिला प्रशासन की ओर से उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी के द्वारा पोड़ाहाट-चक्रधरपुर अनुमंडल कार्यालय परिसर में उत्तराखंड टनल हादसे से रेस्क्यू किए गए चेलाबेड़ा निवासी महादेव नायक का अपने गृहनगर पहुंचने पर परिजनों की मौजूदगी में पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र आदि प्रदान कर स्वागत किया गया। इस दौरान बताया गया कि झारखंड सरकार के निर्देशानुसार उत्तराखंड के यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल हादसे से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए श्रमिक को सरकार द्वारा संपोषित विभिन्न योजनाओं से आच्छादित किया जाना है।
इस आलोक में स्वागत समारोह के क्रम में ही सकुशल अपने घर आये श्रमिक को मनरेगा जॉब कार्ड तथा बिरसा सिंचाई कूप संवर्द्धन योजना से जोड़ा गया है तथा मुख्यमंत्री पशुधन योजना सहित अहर्तानुसार अन्य योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
भाजपा नेताओं ने किया पवन चौक पर स्वागत : महादेव नायक का चक्रधरपुर के पवन चौक में भाजपाइयों द्वारा झंडा लेकर भी स्वागत किया गया और केंद्र सरकार के समर्थन में जमकर नारे लगाये गए। भाजपा नेता अशोक सारंगी, पवन शंकर पांडेय, शेष नारायण लाल, राजू प्रसाद कसेरा, संजय पासवान, राजेश गुप्ता ,अशोक दास, अश्विनी प्रमाणिक शाहिद काफी संख्या में भाजपा नेता और ने फूल माला पहनकर मिठाई खिलाकर शाल उड़ाकर स्वागत किया।
आजसू व झामुमो नेता भी किया स्वागत
प्रखंड कार्यालय के समीप भगवान बिरसा मुंडा प्रतिमा के सामने आजसू व झामुमो नेता भी फूल माला पहनकर स्वागत किया. मौके पर आजसू के जिला अध्यक्ष रामलाल मुंडा, मनोज सिंह, झामुमो नेता भुवनेश्वर महतो, दिनेश जाना के सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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