चक्रधरपुर। चक्रधरपुर प्रखंड के छोटा डुईकासाई में मकर संक्रांति एवं मागे पर्व के पूर्व पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डॉ विजय सिंह गागराई ने ग्रामीणों के बीच एक जोड़ी मांदर और एक नगाड़ा प्रदान किया गया। इस मौके पर डॉ. विजय सिंह गागराई ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मागे पर्व हो समाज का सबसे बड़ा पर्व है जो प्रकृति की पूजा के साथ-साथ सृजन की आस्था के साथ जुड़ा हुआ महापर्व है। फसल कटाई, मिसनी का कार्य समाप्त होने के बाद हो समाज के लोग इस पर्व को माघ पूर्णिमा के साथ ही पूरा माह हर्ष-उल्लास के साथ मानते हैं।
हो समाज के द्वारा प्रत्येक गांव में यह पर्व पारंपरिक रीति के अनुसार सात दिनों तक विधि-विधान से मनाया जाता है। हो समाज की संस्कृति, परंपरा और धरोहर को बचाने और संरक्षित करने के लिए हरसंभव मदद देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम प्राचीन परंपरा को जीवित रखते हुए आधुनिक परंपरा को भी जारी रखेंगे। आज युवा वर्ग आधुनिकता के चकाचौंध में डी. जे. बाजा पर नाच गान करने पर ही लिप्त न रहें, वरना हो समाज की परम्परा अनुसार मांदर और नगाड़ा बजा कर सुसुन अखड़ा में नृत्य करें।
डॉ. विजय सिंह गागराई ने लोगों को आने वाले मकर संक्रांति एवं मागे पर्व की शुभकामनाएं और बधाई देते हुए हर्षोलाश के साथ मनाने की की अपील किए। उन्होंने कहा आदिवासी संस्कृति को बचाने की जरूरत है. और हमारी कोशिश है कि मागे पर्व के माध्यम से लोगों को अपनी संस्कृति एवं संस्कर की जानकारी देना है। उन्होंने कहा मागे पर्व पर ग्रामीणों को वस्त्र का भी वितरण आदिवासी बहुल गांव में किया जाएगा। इस मौके पर लांडु केराई,लूतु केराई, दीपक केराई,जगदीश हासदा, जितेन केराई,रॉबिन केराई, शंकर केराई, तरुण केराई,संजीव केराई समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
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