सरस्वती शिशु मंदिर हल्दीपोखर के सरस्वती शिशु मंदिर में नेताजी सुभाषचंद्र की 127 वी जयंती धूमधाम से मनाई गई
हाता। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम 23 जनवरी को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सुभाष संस्कृति परिषद जमशेदपुर के सहयोग से सरस्वती शिशु मंदिर हल्दीपोखर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 127 वीं जयंती धूमधाम से मनाई। सुबह में प्रभातफेरी और विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। सुबह 10.30 बजे नेताजी की प्रतिकृति पर माल्यार्पण और धूप द्वीप प्रज्वलित किया, पूर्व विधायक मेनका सरदार, मुखिया देवी भूमिज, साहित्यकार सह समाजसेवी सुनील कुमार दे और समाज सेवी दुलाल मुखर्जी मिलकर।
इस असर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे पूर्व विधायक मेनका सरदार,विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित मुखिया देवी भूमिज, साहित्यकार सुनील कुमार दे, समाज सेवी दुलाल मुखर्जी, शिल्पी कमल कांति घोष, रामगढ़ आश्रम के अध्यक्ष सुधांशु मिश्र, माताजी आश्रम के कोषाध्यक्ष विस्वामित्र खंडायत, सुभाष संस्कृति परिषद की ओर से हरगौरी महतो, दीपक मित्र, पंकज साहा आदि।
स्वागत संगीत विद्यालय के बच्चे ने प्रस्तुत किया तथा स्वागत भाषण नरसिंह महाकुड़ ने दिया। इस अवसर पर कमल कांति घोष ने नेताजी संगीत प्रस्तुत किया। सुनील कुमार दे ने नेताजी की जीवनी पर प्रश्न उत्तर प्रस्तुत किया और सही उत्तर देनेवाले को पुरस्कृत किया। नेताजी की महान जीवनी के ऊपर देवी भूमिज, दुलाल मुखर्जी, सुधांशु मिश्र,हरगौरी महतो, विस्वामित्र खंडायत ने अपने अपने विचार रखे।
मुख्य अतिथि मेनका सरदार ने कहा,,,, नेताजी सुभाषचंद्र स्वाधीनता आंदोलन के असली हीरो हैं, लेकिन नेताजी को देश में आज तक यथोचित सम्मान नहीं दिया गया। आज देश में नेताजी का सम्मान होना चाहिए। इसके बाद पूर्व आयोजित प्रतियोगिताओं का सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार सुभाष संस्कृति परिषद जमशेदपुर की ओर से दिया गया। इसके बाद स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की गई।
अंत में धन्यवाद पंकज महतो ने दिया तथा सभा संचालन अनूप कुमार भट्टमिश्र ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नरसिंह महाकुड़, भवानी सीट,अनिता टुडू, सुनीता गुप्ता, पंकज महतो, अनूप भट्टमिश्र का योगदान रहा। इस अवसर पर विद्यालय बच्चे के अलावे विद्यालय के अभिभावक तथा नेताजी प्रेमी काफी संख्या में उपस्थित थे।
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