युवा विवेकानंद को आदर्श मानकर चले : शेखर दे
माताजी आश्रम में धूमधाम से स्वामी विवेकानंद की 161 वी जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस मनाई गई
हाता। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीश्री योगेश्वरी आनंदमयी सेवा प्रतिष्ठान माताजी आश्रम हाता में स्वामी विवेकानंद की 161 वीं जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में भारत सेवा श्रम संघ सोनारी के स्वामी सोमेश्वरानंद, विशिष्ट अतिथि के रुप में भारत सेवा संघ के उदयानन्द महाराज, सन्मानिय अतिथि के रूप में पूर्व सिविल सर्ज़ेन डॉक्टर अरविंद कुमार लाल, विशिष्ठ समाजसेवी शेखर दे,बिशिष्ट अतिथि जिला परिसद सूरज मंडल,पूर्व विधायक मेनका सरदार, पूर्व जिला परिषद सुरज मंडल, भाजपा नेता मनोज सरदार,आदि उपस्थित थे। सुबह 9 बजे स्वामी विवेकानंद की विशेष पूजा की गई जो सुधांशु शेखर मिश्रा भट्टाचार्य ने की। उसके बाद स्वामी विवेकानंद जी का संगीत प्रस्तुत की गई। जिसमें सुनील कुमार दे, मुकुल मंडल, तड़ित मंडल, मौनीला मंडल, बीथिका मंडल, लोचना मंडल, सहदेव मंडल, भास्कर दे आदि ने भाग लिया।
दूसरा चरण में भारत सेवा श्रम संघ के महाराजों ने द्वीप प्रज्वलित करके अनुष्ठान का शुभारंभ किया और स्वामी विवेकानंद की प्रतिकृति पर माल्यार्पण किया। सुनील कुमार दे ने स्वागत भाषण दिया और युवा दिवस पर प्रकाश डाला। कमल कांति घोष ने विवेकानंद संगीत प्रस्तुत किया।कृष्ण पद मंडल ने स्वामी विवेकानंद की वाणी पाठ किया। डॉक्टर अरविंद कुमार लाल, दुलाल मुखर्जी, शंकर चंद्र गोप, सुरज मंडल, मनोज कुमार सरदार आदि ने स्वामी विवेकानंद की महान जीवनी पर प्रकाश डाला और युवाओं को स्वामी विवेकानंद के पथ पर चलने का आह्वान किया।
शेखर दे कहा,,स्वामी विवेकानंद का आदर्श मानकर चले और चरित्र का निर्माण करें। करुणामय मंडल और भबतारण मंडल ने विवेकानंद पर कविता सुनाई। मुख्य अतिथि स्वामी सोमेश्वरानंद ने कहा,,स्वामी विवेकानंद भारत की आत्मा है, वे स्वयं भारत वर्ष है। उन्होंने विश्व के पटल पर सनातन हिन्दू धर्म और भारत वर्ष को प्रतिष्टित किया है,गौरभ और मान बढ़ाया है। विवेकानंद युवाओं का आदर्श है। अध्यक्ष का भाषण रघुनंदन बनर्जी ने दिया। उसके बाद पूर्व आयोजित आल्पना,मेहदी,शंखध्वनि, लेख, भाषण, संगीत,चित्रांकण, कविता आबृत्ति प्रतियोगिताओं का सफल प्रतिभागियो को अतिथियों के हाथों से पुरस्कृत किया गया।
यह पुरस्कार सुभाष संस्कृति परिषद जमशेदपुर की ओर से दिया गया। 12 बजे भोग, आरती, होम और प्रसाद वितरण हुआ। अनुष्ठान का तीसरा चरण में विवेकानंद की जीवनी पर प्रश्न उत्तर प्रतियोगिता विवेकानंद साजो प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। उसके बाद बच्चे को बीच स्वामी विवेकानंद से संबंधित प्रश्न उत्तर प्रतियोगिता हुई। अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वामित्र ने किया तथा संचालन राजकुमार साहू ने किया। इस अवसर पर मोहितोष मंडल, तपन मंडल, तपन कुमार मंडल, तुसार मंडल, तरुण दे, अर्जुन मोदी, हीरा लाल दे, कुंडू, दुलाल मुखर्जी, भवतारण मंडल, वीरेंद्र सिंह, बिनोद ज्योतिषी, चंचल हलधर चटर्जी, सहदेव मंडल, बिरेन मंडल, मोनी पाल, अजित सरदार, कृष्ण गोप, मोहितोष गोप, बलराम गोप, अमल बिस्वास, नारायण चटर्जी, सनातन महतो, दिलीप महतो, लोचना मंडल, सावित्री गोप, इरा पालित, वकुल मिश्रा, हेम चंद्र पात्र, स्वपन मंडल, काजल मंडल, बिमल मंडल, बिमल कुमार मंडल, संतोष मंडल, महेश बियानी, बन्दना मंडल, अंजलि मंडल,चीनू मा, झरना साहू, तनुश्री साहू, अरुण महतो, शक्ति रजक, संतोष मंडल, जय हरि सिंह मुंडा, निखिल मंडल, कविता महतो, हरगौरी महतो, रविंद्र नाथ दास, काजल मंडल, ब्रह्म पद मंडल, सुजाता मरल, लोचना मंडल, सिया मिश्रा, बेवी मंडल के अलावे विभिन्न स्कूल बच्चे, युवा और भक्तगण उपस्थित थे।
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