जमशेदपुर। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग, एनआईटी जमशेदपुर द्वारा " आर.आई.एस.सी-5 और ई.डी.ए टूल्स का उपयोग करके वीएलएसआई डिजाइन फ्लो" पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया , जिसमें वेरी लार्ज-स्केल इंटीग्रेशन (वीएलएसआई) विषय पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे विभिन्न उपकरणों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स चिपसेट डिजाइन करने से संबंधित है। वर्कशॉप का समन्वयन डा. कुनाल सिंह एवं डा. अमित प्रकाश द्वारा किया गया तथा इसकी अध्यक्षता डा. दिलीप कुमार द्वारा की गई । बैंगलोर, नई दिल्ली, भागलपुर और कोलकाता सहित विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिभागियों को आकर्षित करते हुए, कार्यशाला का उद्देश्य वीएलएसआई और आरआईएससी-वी प्रौद्योगिकियों में व्यापक अंतर्दृष्टि प्रदान करना है। 16 से 20 फरवरी तक निर्धारित यह कार्यशाला शुक्रवार को औपचारिक उद्घाटन के साथ शुरू हुई।
कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई। गणमान्य व्यक्तियों में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यरत भारत सेमीकंडक्टर मिशन के वैज्ञानिक ई और निदेशक (प्रौद्योगिकी) निशित गुप्ता उल्लेखनीय थे। निशित गुप्ता ने सेमीकंडक्टर स्टार्टअप के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से 'चिप 2 स्टार्टअप' कार्यक्रम, जो देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में युवाओं और शिक्षकों को वीएलएसआई कौशल प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिजाइन ऑटोमेशन टूल एवं विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर उपलब्ध करता है।
एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक डॉ. गौतम सूत्रधर ने भी सभा को संबोधित किया, और वीएलएसआई शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। डॉ. सूत्रधर ने इस बात पर भी प्रकाश डाला की आने वाले 5 सालो में इस क्षेत्र मे लगभग 85000 ट्रेंड अभियंताओं की आवश्यकता है। उद्घाटन समारोह अतिथियों और कॉलेज के गणमान्य व्यक्तियों के बीच कृतज्ञता के प्रतीकों के आदान-प्रदान के साथ संपन्न हुआ।
समन्वयक डा. कुनाल सिंह ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से भाग लेने वाले प्रतिभागियों को एफ.पी.जी.ए डिजाइन, ई.डी.ए टूल्स एवं आर.आई.एस.सी-5 आर्किटेक्चर को समझने में सहायता मिलेगी तथा चिप डिजाइन क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने में सफलता मिलेगी। मुख्य भाषण वीएलएसआई सिस्टम डिज़ाइन (वीएसडी) कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड के दूरदर्शी सह-संस्थापक श्री कुणाल घोष द्वारा दिया गया था। कुणाल विशेष रूप से आरआईएससी-वी में ऑनलाइन ओपन-सोर्स ईडीए और हार्डवेयर डिजाइन शिक्षा में अपनी अग्रणी भूमिका के लिए प्रसिद्ध है। कुणाल घोष ने एनआईटी जमशेदपुर को पूर्वी क्षेत्र में चिप डिजाइन कौशल के केंद्र के रूप में स्थापित करने की पहल की, छात्रों के बीच इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन कौशल को बढ़ावा देने के लिए हैकथॉन के आयोजन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने सेमीकंडक्टर उद्योग में उपलब्ध विविध नौकरी भूमिकाओं पर भी प्रकाश डाला।
अगले चार दिनों में, आईआईटी, एनआईटी, जाधवपुर विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रोफेसरों और कोर-एल टेक्नोलॉजीज जैसे प्रशिक्षण संस्थानों के अनुभवी उद्योग पेशेवरों के द्वारा व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्रों और व्याख्यान सत्रों का आयोजन किया जायेगा। सत्रों का ध्यान आर.आई.एस.सी-5 प्रोसेसर आर्किटेक्चर को स्पष्ट करने एवं सभी प्रतिभागियों को इस क्षेत्र मे दक्ष करने पर केंद्रित होगा।
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