गुवा। सारंडा के गंगदा पंचायत के घाटकुरी गांव मंगलवार को मागे पोरोब ग्रामीणों ने मनाया। इस दौरान गांव के दिउरी शिवा चाम्पिया ने देशाउली स्थल पर सिंग बोंगा बूरु बोंगा देवी देवता की पूजा अर्चना कर लाल रंग के मुर्गी और काली रंग के मुर्गी की पूजा अर्चना की। दिउरी ने सिंगबोंगा से गांव में बारिश,जंगल के पेड़ नदियों और खेत पर आने वालो दिनों में अच्छी फसल होने के लिए और गांव के ग्रामीणों को अन्य बीमार से बचाने के लिए सिंगबोंगा से सुख शांति समृद्धि के लिए कामना की।
काले रंग के मुर्गी को वन देवी के नाम से पूजा अर्चना कर उसके बाद में आसमान की ओर छोड़कर हो आदिवासी समुदाय के लोगों के द्वारा पत्थर का निशाना बनाकर मार डालते। पूजा के बाद मागे पोरोब में ग्रामीणों पुरुषो महिलाएं बच्चो नए कपड़े पहन कर मांदल नगाड़े के थाप पर उत्सव के साथ नृत्य किया। इस दौरान हो आदिवासी समुदाय के लोगों ने अपने संस्कृति के अनुसार लोगों ने बांसुरी,बनाम बजाकर मागे पोरोब मनाया।
इस मागे पोरोब में दूर दराज से आए मेहमान चाईबासा,गुवा,गंगदा,रोवाम,बुंडू ,कसीया पेचा आदि गांव पहुंचे और नुत्य किया। इस मौके पर दिउरी के सहयोगिक कांडे चाम्पिया, उगराम चाम्पिया,गोमए चाम्पिया, रोटो चाम्पिया सहित पंचायत समिति सदस्य रामशेवर चाम्पिया,भोज चाम्पिया, बुधराम सिद्धू एवं अन्य पुरुष एवं महिलाएं तथा बच्चे शामिल थे।
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