चांडिल। श्रीमद्भागवत कथा प्रचारक समिति, चिलगु की ओर से आयोजित सप्ताहव्यापी सनातन धर्म सम्मेलन बुधवार को श्रीमद्भागवत परिक्रमा, नगर कीर्तन, हवन, पूर्णाहुति और प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुआ। सम्मेलन समापन के अवसर पर ब्राम्हण भोजन और भोग वितरण का आयोजन किया गया। धर्म सम्मेलन का शुभारंभ 31 जनवरी को कलश यात्रा के साथ हुआ था। धर्म सम्मेलन में पश्चिम बंगाल के श्रीधाम नवद्वीप, नदिया से आए कथा वाचक गिरिधारी शास्त्री महाराज द्वारा श्रीमद्भागवत कथा सुनाई गई।
इस दौरान प्रतिदिन महायज्ञ के साथ प्रातः छह से दोपहर 12 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा का मूल श्लोक पाठ हो रहा था। वहीं, शाम चार से रात्रि आठ बजे तक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा पर प्रवचन दिया जा रहा था। प्रतिदिन कथा सुनने के लिए आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते थे। इस दौरान आकर्षक झांकी और भजनों पर भक्त नाचते-झूमते कथा का आनंद लेते रहे। सनातन धर्म सम्मेलन में मंगलवार को जागरण रात्रि था।
जागरण रात्रि में चिलगु व आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और कथा का श्रवण किया। जागरण रात्रि पर श्री कृष्ण विवाह, बलराम विवाह, कृष्ण सुदामा मिलन, श्री कृष्ण के द्वराकाधीश बनने समेत कई प्रसंगों का सुंदर व संगीतमय प्रवचन दिया गया। अंतिम दिन कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और कथा सुनकर पुण्य के भागी बने। जागरण रात्रि पर आजसू पार्टी की ओर से भक्तों के बीच पुड़ी, सब्जी और खीर का वितरण किया गया। बुधवार को नगर कीर्तन के साथ दोपहर बाद हवन किया गया। इसके पूर्व अनुष्ठान स्थल पर 64 महंत भोग लगाया गया। इसे कलश उठाने वाले सभी श्रद्धालुओं के बीच वितरण किया जाएगा। यहां सनातन धर्म सम्मेलन के समापन के बाद गुरुवार को भंडारा लगाया जाएगा।
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