किरीबुरु के महासचिव राजेंद्र सिंद्रिया ने झामसं संघ के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संगठन मजदूर हित के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और 2025 तक यह और मजबूत होगा। आलम अंसारी ने मेघाहातुबुरु इकाई की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए बताया कि इसमें 85 सेलकर्मी और 30 ठेका श्रमिक सदस्य हैं, जो इसे क्षेत्र की सबसे बड़ी यूनियन बनाते हैं। इस अवसर पर झामसं संघ के कई प्रमुख सदस्य और नेता उपस्थित रहे, जिनमें रामा पांडेय, अफताब आलम, राजेंद्र सिंद्रिया, राम हेस्सा, इंतखाब आलम, आलम अंसारी, अमरनाथ यादव, शिव शंकर प्रसाद, सुनील पासवान, जगजीत सिंह गिल, कामता प्रसाद, दयानंद कुमार, मुब्बसर, राजेश बनर्जी, राधाकृष्ण मीणा, शशि कांत नाग, के. के. पासवान, अजीत गोप, चंद्रकला पान, कुलदीप सिंह आदि शामिल थे। यूनियन के कई महिला सदस्य भी बड़ी संख्या में उपस्थित थीं। कार्यक्रम का समापन उत्साह और एकता के संदेश के साथ हुआ, जहां मजदूरों ने अपने संगठन की मजबूती और आपसी सहयोग को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया।
Chaibasa. झारखण्ड मजदूर संघर्ष संघ ने सेवानिवृत्त सेलकर्मी बामिया सिंकु को दी भावभीनी विदाई, Jharkhand Mazdoor Sangharsh Sangh gave an emotional farewell to retired cell worker Bamiya Sinku.
Guwa (Sandeep Gupta) । मेघाहातुबुरु स्कूल भवन में झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के तत्वावधान में मेघाहातुबुरु खदान के सेवानिवृत्त सेलकर्मी बामिया सिंकु का विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के केंद्रीय अध्यक्ष रामा पांडेय ने की। इस दौरान रामा पांडेय ने कहा कि झामसं संघ मजदूरों और समाज के सभी लोगों का परिवार है। सेल जैसी बड़ी संस्था से मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ना आसान नहीं है, लेकिन झामसं संघ लगातार मजदूरों को उनके अधिकार दिलाने में सफल रही है। बामिया सिंकु ने अपने पूरे कार्यकाल में मजदूर हित में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने कामना की कि सेवानिवृत्ति के बाद भी बामिया सिंकु स्वस्थ और सुखमय जीवन व्यतीत करें। बामिया सिंकु ने संघ के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए कहा कि झामसं संघ ने उन्हें बहुत कुछ दिया और यह संगठन उनकी ताकत रहा है। उन्होंने एकता को ही सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए भरोसा दिलाया कि सेवानिवृत्ति के बाद भी वह यूनियन के साथ जुड़े रहेंगे। झामसं संघ के महासचिव अफताब आलम ने कहा कि बामिया सिंकु भले ही सेवानिवृत्त हो गए हों, लेकिन वह संघ के सदस्यों के दिलों में हमेशा रहेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि संघ हर परिस्थिति में मजदूरों के साथ खड़ा रहेगा।
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