Jamshedpur (Nagendra) । भारत आदिवासी पार्टी पूर्वी सिंहभूम जिला कमिटि की ओर से एक ज्ञापन उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को दिया गया। उपायुक्त की अनुपस्थिति में वरीय पुलिस अधीक्षक, जमशेदपुर के साथ मुलाकात किया गया। विदित हो कि 4 जनवरी को रीगल चौक के ऊपर जयपाल सिंह मुंडा के नाम से चौक का नामकरण के प्रकरण में बिष्टुपुर पुलिस और टाटा कंपनी के गुंडा के द्वारा बिरसा सेना के केंद्रीय अध्यक्ष दिनकर कच्छपऔर भारत आदिवासी पार्टी के जुगसलाई विधानसभा प्रत्याशी कार्तिक मुखी के साथ टाटा कंपनी के सिक्योरिटी इंचार्ज के कहने पर इन लोगों के साथ मारपीट किया गया और जाति सूचक गाली गलौज देते हुए उन्हें घसीटते हुए बिष्टुपुर थाना के हाजत में बंद किया गया । भारत आदिवासी पार्टी ने यह अमानवीय व्यवहार की कड़ी निंदा की है।
क्योंकि पूर्वी सिंहभूम पूर्णतः पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र है। सुप्रीम कोर्ट आदेश समता जजमेंट 1997 के अनुसार यहां केंद्र सरकार और राज्य सरकार की एक इंच भी भूमि नहीं है। तत्पश्चात टाटा कंपनी के गुंडे टाटा की जमीन बता कर आदिवासियों के साथ ही आज गुंडागर्दी कर मारपीट कर जलील करने का काम कर रहे हैं। पूर्वी सिंहभूम में जहां टाटा कंपनी स्थापित है यह जमीन 18 मौजा आदिवासियों की जमीन पर बसी हुई है ,जो आगामी 31 दिसंबर 2025 को समाप्त होने वाली है।
इसके बाद टाटा कंपनी के नवीनी करण में यह एक आधार बनेगा कि टाटा कंपनी आदिवासी हिमायती बिल्कुल ही नहीं है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 का पारा (5) (6)उल्लंघन करते हुए केवल बाहरी को बसाकर पूर्वी सिंहभूम के डेमोग्राफी बदलते हुए अस्तित्व समाप्त करने का काम कर रहे हैं। भारत आदिवासी पार्टी मांग करती है कि उचित जांच करते हुए अभिलंब दोषीदार टाटा कंपनी के सिक्योरिटी इंचार्ज प्रवीण कुमार यादव और टाऊन डिविजन के हेड ऋतु राज सिन्हा के विरुद्ध में कार्रवाई की जाय।
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