Jamshedpur (Nagendra) । पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय अष्टोत्तर शत (108) श्रीमद्भागवत कथा का गुरूवार को समापन हो गया। अंतिम दिन यजमानों एवं कथा श्रव करने वाले भक्तों ने हवन एवं पूर्णाहुति में भाग लिया। तत्पश्चात महा प्रसाद का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। इससे पहले गुरवार की सुबह 9 बजे से हवन एवं पुर्णाहुति का कार्य प्रारंभ हुआ। हवन के लिये 3 हवन वेदी बनाई गई थी, जिसमें सात मुख्य यजमान और 118 यजमानों ने सपत्नीक भाग लिया।
साथ ही आयोजन में लगे हुए सभी कार्यकर्ता एवं गणमान्य लोगों ने भी हवन में शामिल हुए। कथावाचक आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी की देखरेख में विद्वान पंडितों ने विधि विधान संपन्न करवाया। इस दौरान कथास्थल वेद की ऋचाओं एवं मंत्रों से गूंजायमान हो उठा। हवन में डाली गयी आहुतियों से पूरा वातावरण सुगंधित हो गया। हवन के पश्चात सभी यजमानों को पूजित कलश प्रदान किया गया। इस अवसर पर बहुत से श्रद्धालुओं ने गौ सेवार्थ के लिए तुलादान भी करवाया। ज्ञातव्य हो कि 2 जनवरी से धालभूम क्लब मैदान में भागवत कथा हो रही थी। कथा प्रारंभ होने से पहले उस दिन साकची महालक्ष्मी मंदिर से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें काफी संख्या में महिलाएं शामिल हुई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, मंटू अग्रवाल, अजय भालोटिया, पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन के निवर्तमान अध्यक्ष संदीप मुरारका, कमल किशोर अग्रवाल, अशोक चौधरी, भाजयुमो के प्रदेश मंत्री अमित अग्रवाल, विनोद शर्मा, लिप्पू शर्मा, सन्नी संघी, सांवर लाल शर्मा, पीयूष गोयल, बबलू अग्रवाल मिनी, अग्रवाल युवा मंच के पूर्व अध्यक्ष रोहित अग्रवाल, नवनीत चौधरी, निर्मल पटवारी, सुरेश कांवटिया, अभिषेक भालोटिया, महेश भाऊका, अंकित अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल, उमेश खीरवाल, रोहित गोयल, संजय अग्रवाल, ललित डांगा, अश्विनी अग्रवाल, बिमल अग्रवाल, ऋषभ चेतानी, हेमंत हर्ष अग्रवाल, रतन नरेड़ी, आनंद चौधरी, दीपक सावा, गणेश बोरा, बिमल अग्रवाल (गम्हरिया) अजय मुरारका इत्यादि का सराहनीय योगदान रहा।
कथा के आयोजन में प्रमुख रूप से संतोष खेतान, बालमुकुंद गोयल, महाबीर प्रसाद अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, विजय मित्तल, अशोक चौधरी, शंकर गुप्ता, दीपक भालोटिया, जीवन नरेड़ी, संजय पलसानिया, संतोष अग्रवाल, ओमप्रकाश रिंगसिया ने महती योगदान दिया। इस दौरान मारवाड़ी समाज की महिला शक्ति भी खासे सक्रिय रही। जिसमें अंजू चेतानी, कविता अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, ऊषा चौधरी, वर्षा चौधरी, मंजू कांवटिया, बबिता रिंगसिया,नेहा चौधरी,सपना भाउका,अनिता अग्रवाल, मीना देबुका आदि शामिल हैं।
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