Guwa (Sandeep Gupta) । नोवामुंडी तोड़ेटोपा निवासी अति गरीब विधवा महिला सोमवारी लागुरी जिनका तीन छोटे छोटे बेटा हैं, उनकी शरीर से लगातार रक्त प्रवाह नहीं रुकने के कारण गंभीर हालत में उनको नोवामुंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका हीमोग्लोबिन सिर्फ 1 थी और डॉक्टर ने उसके पति को जल्द 4 यूनिट रक्त की व्यवस्था करने को जल्द से जल्द कहा गया। हॉस्पिटल में स्टॉक नहीं होने के कारण रक्त सेवा सदस्य ग्रुप की ओर से सुरेश कुमार तत्काल एक यूनिट ब्लड दे दिए, लेकिन सोमवारी लागुरी अब भी खतरे से बाहर नहीं थे। उनको तत्काल ब्लड की जरूरत को लेकर रक्त सेवा सदस्य ग्रुप में दी गई।
ग्रुप में खबर डालते ही रक्त सेवा ग्रुप के सदस्य नोवामुंडी निवासी दानिश अख्तर ओर शाहबाज अंसारी रोजा रखने के बाबजूद रक्त दान करने तैयार हो गए। रक्त सेवा सदस्य ग्रुप के संस्थापक और सारंडा की प्रसिद्ध समाजसेबी संतोष पंडा ने उन दोनों रक्त दाता ओ से भावुक हो कर पूछा आप रोजा उपवास में हो, क्या आप रक्त दान कर सकते हो और रक्त दान करने से आपको रोजा छोड़ना पड़ेगा। तब इन दोनों युवाओ ने कहा कुरान में लिखा हे जिस किसी ने एक इंसान की जान बचा ली उसकी मिसाल ऐसी जैसे उसने सारी इंसानियत की जान बचाली। और इस बहन सोमवारी लागुरी को हम आंख के सामने लाचार खून के लिए तरसते नहीं देख सकते हैं। इनके लिए हम रोजा छोड़ कर उनके जीवन बचाने में अपना पहला कर्तव्य समझते हैं और अल्लाह जरूर हमारी ज़िम्मेदारी को समझ हमारी दुआ कबूल करेंगे ऐसा हमारा बिस्वास हैं। और उन दोनों युवाओ ने आज रक्त दान किया।
रक्त सेवा सदस्य ग्रुप के संस्थापक समाजसेवी संतोष पंडा ने कहा इन दोनों युवा ओ की सोच पूरी दुनिया के लिए एक संदेश होगी अमन की ओर इंसानियत की। समाजसेवी संतोष पंडा के द्वारा परिचालित रक्त सेवा सदस्य ग्रुप एक अंतरराज्य ब्लड डोनर ग्रुप हें,जिसकी ओडिशा एवं झारखंड में शाखा 12 शाखा हैं। झारखंड में किरीबुरू,गुवा,बड़ाजामदा, मनोहरपुर,नोवामुंडी,जगन्नाथपुर चाईबासा,चक्रधरपुर और ओडिशा के राउरकेला, चंपुआ और बड़बिल में 5800 युवा इस ग्रुप से जुड़ कर हर रोज मरीजों की जीवन बचाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
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