Jamshedpur (Nagendra) । एमजीएम अस्पताल में हुये दर्दनाक हादसे के बाद शनिवार देर रात झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया और अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली। मंत्री ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “इस घटना से मैं मर्माहत हूं। जैसे ही जानकारी मिली, मैं यहां पहुंचा। सरकार इसे बेहद गंभीरता से ले रही है।” उन्होंने मौके पर मुआवजे का ऐलान भी किया। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी जायेगी।
घटना के बाद मौके पर DC अनन्य मित्तल, SSP किशोर कौशल, SDO शताब्दी मजूमदार और अस्पताल प्रबंधन की टीम मौजूद रही। रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन मरीजों के शव मलबे से निकाले गये, जबकि दो घायलों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने बयानबाजी पर नाराजगी जताते हुए कहा, “यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि काम करने का है। सवाल-जवाब का वक्त बाद में आयेगा।” उन्होंने बताया कि भवन की हालत को देखते हुए मरीजों को नये एमजीएम अस्पताल या अन्य सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जायेगा। वहीं, पानी की समस्या के समाधान के लिए टाटा कंपनी से सहयोग मांगा जायेगा। उधर, DC मित्तल ने जानकारी दी कि घटनास्थल से 12 लोगों को चिन्हित किया गया था, जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है। जांच के लिए SDO की अगुवाई में एक कमेटी बनाई गई है जो 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपेगी।
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