Jamshedpur (Nagendra) । राष्ट्रीय वेंडर्स दिवस के मौके पर सोमवार को शहर में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए। झारखंड स्ट्रीट वेंडर्स यूनियन के बैनर तले शहर के पथ विक्रेताओं ने अपने अधिकारों के लिए एकजूट होने तथा उचित फोरम तक आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया। साकची बाजार में आयोजित कार्यक्रम में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सभी पथ विक्रेताओं को वर्ष 2014 में बने कानून से अवगत कराया। उन्हें बताया गया कि देश में आजीविका एवं रोजी-रोजगार का अधिकार सभी को प्रदान किया गया है। पथ विक्रेताओं के लिए बने कानून में स्पष्ट उल्लेख है कि अगर उन्हें विस्थापित किया जाता है तो उससे पहले उन्हें अपना रोजगार करने के लिए स्थान चिन्हित कर स्थापित करने का प्रावधान है।
उपरोक्त कानून में पथ विक्रेताओं का पंजीकरण करने, पहचान पत्र निर्गत करने तथा वेंडिंग जोन बनाने का निर्देश है, लेकिन जमशेदपुर में इसका पूरी तरह पालन नहीं हो रहा है। आए दिन पुथपाथ विक्रेताओं को अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर विस्थापित कर दिया जाता है। उन्हें केस-मुकदमा के नाम पर डराया-धमकाया जाता है। ऐसी परिस्थिति उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए सभी पथ विक्रेताओं को एकजूट होने की जरूरत है। वहीं यूनियन के सचिव मनोज कुमार ने कहा कि झारखंड की राजधानी रांची में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए वेंडिंग जोन चिन्हित किया गया है। वहां उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करायी गई है।
जिससे वे सम्मान पूर्वक अफना कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने जमशेदपुर में वेंडिंग जोन चिन्हित कर पथ विक्रेताओं को सम्मान पूर्वक अपना रोजगार करने देने की मांग की। इससे पहले मानगो, कदमा, साकची, बिस्टुपुर, सिदगोड़ा बाजार के पथ विक्रेताओं ने वेंडर्स डे मनाया तथा अपनी बातों को रखा। कार्यक्रम में दीपक कुमार, मुन्ना गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, मो. काशिम, नरेश शर्मा, मधुसूदन, उत्तम लाल, प्रमोद तिवारी, मृत्युंजय कुमार, राजन मिश्रा, मो. सज्जाद, अशोक अग्रवाल, बीरेंद्र कुमार, धनू, सूरज, निलेश, बबूआ, उपेंद्र शर्मा, रामसवारी देवी, लक्खी पाल, मालती दास, सूरज यादव समेत अन्य मौजूद रहे।
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