Jamshedpur (Nagendra) । प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वाविद्यालय यूनिवर्सअल पीस पैलेस रिट्रीट सेंटर में आयोजित श्रेष्ठ समाज के निर्माण में मीडिया की भूमिका कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए कोमल भाई ने कहा कि विश्व शांति, जलवायु, पर्यावरण संरक्षण समेत कई प्रकार की वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के साथ उनका समाधान करने में मीडिया हमेशा आगे रहा है। समाज को नई दिशा देने में मीडिया का विशेष योगदान है। विकट परिस्थितियों में मीडियाकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना दायित्वों को पूरे मनोयोग से निभाने में अग्रसर रहते हैं। ब्रह्माकुमारी संस्था मानव जीवन की सर्वोच्चता का अभिप्राय है जिसने विश्व के हृदय में आत्म चेतना का प्रकाश फैलाने का पुनीत कार्य किया है। आत्म चिंतन करने का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना महान कार्य है। जिसके लिए मीडिया ने हमेशा पहल की है। यह बात उन्होंने रविवार को ब्रह्माकुमारी संगठन के यूनिवर्सल पीस पैलेस रिट्रीट सेंटर के प्रांगण में मीडिया प्रभाग की ओर से श्रेष्ठ समाज के निर्माण में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित सम्मेलन के उदघाटन सत्र में कही।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मीडियाकर्मियों के सकारात्मक व संगठित प्रयासों से भारत विश्व गुरु के रूप में सबके सामने होगा। जिसके लिए ब्रह्माकुमारी संगठन के साथ समाज के हर वर्ग को मिलकर दृढ़तापूर्वक इस पुनीत कार्य में अपना योगदान देना चाहिए। ब्रह्माकुमारी कोल्हान क्षेत्र के मुख्य प्रशासनिक का अंजू बहन ने वर्तमान विश्व के परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुए मीडियाकर्मियों को निरंतर सकारात्मक दिशा में अहम योगदान देने पर बल दिया। कहा कि शांति कभी भारत में था। जो फिर से स्थापित हो रहा है। शांति कोई जंगल में जाने से नहीं मिलती बल्कि कर्म करते हुए धैर्यता, सरलता, शीतलता, मन की स्थिरता, पारदर्शिता, स्नेहमयी व्यवहार बनाए रखना स्वाभाविक अनुभूति का नाम है। ईश्वर की अनुकंपा के लिए सत्यता जरूरी और ईश्वर की अनुकंपा का अनुभव करने के लिए जीवन में सत्यता होनी चाहिए। स्वभाविमान में रहने वाले ही सभ्य समाज की स्थापना कर सकते हैं। जर्रे-जर्रे पर अशांति व भय के माहौल के बीच मीडिया की शक्ति ही शांति व सद्भाव को बल प्रदान कर सकती है। आतंकवाद के खिलाफ सारा भारत एक है।
ऐसा कोई कार्य नहीं होना चाहिए जो सृष्टि की शांति के खिलाफ जाता हो। प्रेस क्लब के प्रेसिडेंट संजीव भारद्वाज जीने कहा के पवित्र स्थान से अद्भुत अनुभवों का सभी सहभागियों को लाभ लेकर जीवन को संस्कारवान बनाना चाहिए। चमकता आईना के संपादक बृजभूषण सिंह जी ने कहा ने कहा कि आत्मा के सत्य को जाने बिना प्रगति संभव नहीं है। शिक्षा के केंद्र में शिक्षित होने की बजाए दुकानों जैसा कार्य हो रहा है। लोकतंत्र की आत्मा पर गहराई से विचार करना पड़ेगा। पत्रकारिता की पूरी यात्रा सवालों की यात्रा है। संचार व संवाद को छोड़ विवाद की तरफ जाने से समस्यायें और विकराल हो जाती हैं। स्वयं का सुधार करने की परंपरा को बल देने की जरूरत है। असहमति को अपना सौंदर्य नहीं बनाना चाहिए। शांति का संदेश देना भारत की नियति है। मीडिया को समावेशी, विविधता में एकता बनाए रखने वाले मूल्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
शान्ति का संदेशवाहक है भारत-दैनिक भास्कर के संपादक झा जी ने कहा कि भारत शांति का दाता है। शान्ति के बिना विकास असंभव है। भारत की सोच हमेशा से ही शांतिप्रिय रही है। शिव परमात्मा के माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने संसार में शांति का संदेश दिया है। मीडिया ऐसा माध्यम है जो विश्व में शान्ति स्थापना के कार्य में सकारात्मक भूमिका अदा कर सकता है। ब्रह्माकुमारी बीके अंजू दीदी ने कहा कि स्वयं के मन को परमात्म शक्तियों की ऊर्जा से भरपूर करने के बाद ही वैश्विक शांति व सद्भाव के बीज बोए जा सकते हैं। जिसके लिए अपनी दिनचर्या में कुछ समय राजयोग का अभ्यास करना चाहिए।
सभी ने मिलकर एक साथ भोजन (प्रसाद) भी ग्रहण किया ।इस कार्यक्रम में जमशेदपुर सहित उसके आसपास के क्षेत्र बहरागोड़ा चांडिल पतरातु घाटशिला चाकुलिया से भी प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार भाई बहने शामिल हुए थे लगभग 75 पत्रकार भाई बहनों ने बहुत ही उत्साह से इस सम्मेलन को सफल बनाया । इस कार्यक्रम में रागिनी बहन सुधा बहन सुकन्या बहन संजू बहन प्रीती बहन रुबी बहन आरती बहन जया बहन अरुण भाई जितेन भाई महेश भाई दीपेश भाई प्रसंचित भाई दिनेश भाई संजय भाई रामदेव भाई रंजीत भाई का विशेष सहयोग रहा कार्यक्रम को सफल बनाने में इस सम्मेलन को सफल बनाने में ब्रह्मा कुमारीज भाई बहनों का विशेष सहयोग रहा ।
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