तालिबानी पंचायत व्यवस्था का विरोध जरूरी
Upgrade Jharkhand News. । क़ौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने कहा कि शहर की गुरु नानक नाम लेवा संगत भगवान सिंह का घमंड चूर कर देगी। फर्जी तरीके के मतदान से वे सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी सिरमौर संस्था के प्रधान बने हैं, जबकि दूसरे उम्मीदवार हरमिंदर सिंह मिंदी बायकाट कर चुके थे, संगत सब कुछ जानती है। मानगो में ताकत एवं भय दिखाकर पिछले आठ साल से प्रधान पद पर काबिज हैं, जरा सी भी शर्म एवं लोकलज्जा होती तो पद से इस्तीफा देकर चुपचाप घर में बैठ जाते। लेकिन वे तो जमशेदपुर में तालिबानी संस्कृति चला रहे हैं।
पूरे शहर के सिखों को गुटबाजी में बांट दिया है और गुरुद्वारे में प्रधानगी की लड़ाई हो रही है। एक तरफ तो वरीय पुलिस अधीक्षक एवं उपायुक्त महोदय से मिलकर कहते हैं कि सिखों का कोई भी पारिवारिक धार्मिक मामला है तो उसे सीजीपीसी (सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) के सुपुर्द कर दिया जाए। ऐसा कहने का उनका मकसद रहता है कि वह पंचायती करें और तालिबान संस्कृति के अनुसार अपना स्वार्थ वाला फैसला दूसरों पर लाद दें। जो विरोध करें उसे सनातनी की संज्ञा देकर सिख समाज में बदनाम करें तथा कार्यालय में बुलवाकर उस पर हमला करवाएं। कुलविंदर सिंह के अनुसार बुधवार का दिन सिख इतिहास के लिए काला दिन है। जब भगवान सिंह एवं उनके मुट्ठी भर समर्थक पुलिस से मिलकर संगत सर्वोपरि व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन के खिलाफ कार्रवाई करने की जिद पर अड़े हुए थे।
अधिवक्ता कुलविंदर सिंह के अनुसार पुलिस प्रशासन यह देखें कि भगवान सिंह के साथ रहने वाले लोगों के खिलाफ कितने फौजदारी मुकदमे लंबित हैं?कुलविंदर सिंह के अनुसार इस व्हाट्सएप ग्रुप की देन है कि अब लोग भगवान सिंह के काले कारनामों और गुटबाजी के खिलाफ मुखर होने लगे हैं। कभी उनके खिलाफ बोलने में डर लगता था किन्तु आज उनके खिलाफ में बोलने वालों की संख्या 200 के पार पहुंच चुकी है। सीजीपीसी के प्रधान पद के चुनाव में शहर की संगत उनको भरपूर जवाब देगी। संगत सर्वोपरि व्हाट्सएप ग्रुप जन जागृति अभियान लगातार जारी रखेगा और हम उनके झूठे फर्जी मुकदमों से घबराने वाले नहीं हैं। वे जितना पुलिस में हमारे खिलाफ जाएंगे, वाहेगुरु की कृपा और संगत के आशीर्वाद से हम उतने मजबूत होंगे, क्योंकि उनके फर्जीवाड़ा की हार और हमारे सत्य की जीत होगी, क्योंकि हम और हमारे साथी सत्य की डगर चल रहे हैं।
No comments:
Post a Comment