Upgrade Jharkhand News. संस्था कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने एक बार फिर से सिख रहित मर्यादा का हवाला देते हुए कहा है कि इसके अनुसार सरदार भगवान सिंह एवं सरदार गुरुचरण सिंह बिल्ला पतीत हैं। उन्हें सिखों की गौरवमई धार्मिक संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ-साथ पंथ एवं कौम के हित एवं बेहतर भविष्य के लिए अपने अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। पीड़िता ने शिकायत वाद में इन दोनों के खिलाफ आरोप लगाए हैं और जिला एवं सत्र न्यायालय में अपना अभिकथन भी दर्ज करवाया है।
यह दोनों अपना समय न्यायालय में अपना पक्ष रखने की बजाय भोली भाली संगत को गुमराह करने में लगा रहे हैं। हजारों नहीं, लाखों- करोड़ों की भी भीड़ जुटा लें, देश की न्यायिक व्यवस्था प्रभावित नहीं होती है। यदि ऐसा होता तो जिनके करोड़ों समर्थक है वह जेल के सलाखों के भीतर नहीं होते? कुलविंदर सिंह के अनुसार जो लोग भी आक्रोश रैली में शामिल हुए हैं उनका परिवार और युवा पीढ़ी उनसे जवाब जरूर मांगेगी कि शामिल होकर क्या संदेश दिया है? क्या उन्हें परमपिता परमेश्वर वाहेगुरु और देश की न्यायिक व्यवस्था में रत्ती भर भी भरोसा नहीं था? दोनों समाज के हित में इस्तीफा दें, अच्छा उदाहरण पेश करें और कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। जिस दिन दोषमुक्त होंगे समाज उन्हें उनके घर से लाकर पद पर सुशोभित करेगा। जिससे उनके साथ-साथ समाज के हर व्यक्ति की पगड़ी ऊंची होगी।
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