Upgrade Jharkhand News. कांड्रा स्थित शेन इंटरनेशनल स्कूल में तनाव प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उदघाटन विद्यालय की प्राचार्या डॉ0 केया अदक (प्रशासनिक), तंद्रिमा बनजी (ऐकेडमिक), हेडमिस्ट्रेस सिमरन सग्गू, विशिष्ट अतिथि डॉ0 राजकुमारी घोष तथा डॉ0 पॉम्पी दास गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यशाला की शुरुआत अरका जैन विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ0 राजकुमारी घोष ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में तनाव एक सामान्य समस्या बन चुकी है। छात्र- छात्राएं परीक्षा से पहले विभिन्न प्रकार के तनाव का अनुभव करते हैं। अतः ऐसे कार्यक्रम जीवन में संतुलन बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने तनाव प्रबंधन का उपाय बताते हुए कहा कि नियमित व्यायाम, उचित आहार व पर्याप्त नींद अत्यंत आवश्यक है। कहा कि नकारात्मक विचारों से दूरी बनाकर सकारात्मक सोच के साथ संगीत, योग और ध्यान हमें मानसिक शांति पहुंचाता है। विद्यालय के कक्षा छठी से लेकर बारहवीं तक के बच्चो ने कार्यशाला में शिरकत किया। डॉ0 राजकुमारी घोष ने बच्चों से कहा कि रोजाना सुबह उठकर पांच मिनट ज्ञान मुद्रा करने से तनाव को हद तक कम किया जा सकता है। कार्यशाला में ही 5 मिनट ज्ञान मुद्रा का ध्यान करवाया जिससे बच्चों को मानसिक शांति का एहसास हुआ। इसके साथ ही पृथ्वी मुद्रा, अपान वायु, मुद्रा तथा अंजलि मुद्रा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने सभी को जंक फूड से दूर रहने की सलाह दी। स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पॉम्पी दासगुप्ता ने बताया कि अत्यधिक चिंतन करना दुनिया का सबसे आम मानसिक विकार है।
शैक्षणिक तनाव, पारिवारिक उम्मीदें तथा समय प्रबंधन की समस्याएं भी बच्चे को तनाव में डालते हैं। उन्होंने कहा कि सबका एक ही उपाय है- योगा और मेडिटेशन। कार्यक्रम के दौरान तनाव कम करने हेतु प्रायोगिक गतिविधियों भी कराई गयी जैसे गहरी सांस लेना म्यूजिक थेरेपी आदि। प्राचार्य ने कार्यशाला की प्रशंसा की, कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए इस तरह का कार्यक्रम सहायक होता है। शिक्षिका अनु कुंकल ने अतिथियों के स्वागत एवं शालिनी परहॉक ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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