Jamshedpur (Nagendra) जालंधर में हुए सांसें थाम देने वाले ग्रैंड फिनाले में नवल टाटा हॉकी अकादमी (एनटीएचए) ने अपने जज़्बे और जुझारूपन से सबका दिल जीत लिया। स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, सोनीपत की मजबूत टीम के खिलाफ एनटीएचए ने आख़िरी पलों तक शानदार मुकाबला किया। बेहद कड़े संघर्ष के बाद मैच 4-3 के नज़दीकी अंतर से समाप्त हुआ, जिसमें अपने बेहतरीन प्रदर्शन से एनटीएचए ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में उपविजेता बनने का गौरव हासिल किया। फाइनल मुकाबला कौशल और जुझारूपन से भरा दिल थाम देने वाला प्रदर्शन साबित हुआ। पत्रस हस्सा ने दो शानदार फील्ड गोल दागकर अपनी ताक़त का लोहा मनवाया, वहीं उभरते खिलाड़ी आशीष तानी पुरती ने निर्णायक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महज़ 14 साल की उम्र में, अंडर-21 श्रेणी के इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर आशीष ने इतिहास रच दिया। उनके अद्भुत प्रदर्शन ने उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिलाया और इनामस्वरूप एक शानदार रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल भी मिली। एनटीएचए को टूर्नामेंट के उपविजेता बनने पर नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टीम के हर कैडेट का योगदान अमूल्य रहा, जबकि पूरी टीम की एकजुटता को कोच विकास पंत के दूरदर्शी मार्गदर्शन और मैनेजर सुमित बाथम के सूझबूझ भरे प्रबंधन ने और भी मजबूत बनाया। टीम के प्रदर्शन पर विचार व्यक्त करते हुए कोच विकास पंत ने कहा: “यह सिर्फ़ एक मैच नहीं था, बल्कि हमारी अकादमी की दृढ़ता, साहस और एकता की सोच का प्रतिबिंब था।
हर कैडेट ने पूरे दिल से खेला और उम्र व अनुभव की सीमाओं को पार कर दिखाया। आशीष का शानदार प्रदर्शन हमारे भविष्य की दिशा को दर्शाता है, वहीं पत्रस और बाकी टीम ने साबित कर दिया कि असली हॉकी टीमवर्क से जन्म लेती है, न कि सिर्फ़ व्यक्तिगत कौशल से। आज भले ही हम उपविजेता के रूप में खड़े हैं, लेकिन यह सफर ही एनटीएचए के लिए एक ऐतिहासिक जीत है और हम और भी मज़बूती से वापसी करेंगे।”चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले ने भारतीय हॉकी में अकादमी की बढ़ती विरासत को और मज़बूत किया। अनुशासन और उत्कृष्टता पर आधारित दर्शन तथा प्रतिभाशाली कैडेट्स की नई पीढ़ी के साथ, एनटीएचए लगातार उस विज़न को साकार कर रही है, जिसका उद्देश्य राष्ट्र के लिए भविष्य के दिग्गज खिलाड़ियों को तैयार करना है।
No comments:
Post a Comment