Jamshedpur (Nagendra) मानगो डिमना चौक स्थित एमजीएम अस्पताल में अब मरीजों के ईलाज में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने स्पष्ट किया कि मरीजों की सुरक्षा और समय पर चिकित्सा सेवा प्राथमिकता है और इसके लिए सभी चिकित्सकों को पूरी ईमानदारी से ड्यूटी निभानी होगी । हाल ही में उपायुक्त ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया , जिसमें कई सीनियर डॉक्टर ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए, जबकि विभागीय रोस्टर और अन्य व्यवस्थाओं में भी गंभीर खामियां मिलीं। इसे गंभीरता से लेते हुए डीसी ने प्रिंसिपल डॉ. दिवाकर हांसदा को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। प्रिंसिपल ने डॉ. एच.आर. खान, डॉ. एसी हांसदा, डॉ. अजय और डॉ. नीतिश को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीसी के आदेश पर उपाधीक्षक डॉ. जुझार माझी लगातार अस्पताल का निरीक्षण कर रहे हैं।
शुक्रवार को भी उन्होंने ओपीडी और इमरजेंसी विभाग का जायजा लिया। इस दौरान कई चिकित्सक अनुपस्थित मिले, जिनमें सीनियर डॉक्टर भी शामिल हैं। उन्होंने इमरजेंसी विभाग के कई कमरे खाली करने का निर्देश दिया, ताकि उनका उपयोग अन्य जरूरी कामों के लिए किया जा सके। डॉ. माझी ने अस्पताल की कार्यप्रणाली और कार्य संस्कृति में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया इसके अलावा, एमजीएम अस्पताल में लिफ्ट खराब होने की शिकायतें लगातार मिल रही थी। उपायुक्त ने इसे गंभीर समस्या माना। अब मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए हर लिफ्ट पर एक होमगार्ड जवान तैनात किया जाएगा।
शुक्रवार को दो लिफ्टों में जवान तैनात किए गए। उपाधीक्षक डॉ. माझी ने बताया कि किसी भी लिफ्ट में 10 से अधिक लोग नहीं जा सकेंगे, ताकि लिफ्ट के बार-बार खराब होने और मरीजों के फंसने जैसी स्थिति से बचा जा सके।अस्पताल प्रशासन ने कहा कि यह कदम मरीजों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है और भविष्य में सभी विभागों में समय पर और अनुशासित कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। अस्पताल में मरीजों के ईलाज के लिए ओपीडी सेवा प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुला रहेगा जिसमें डॉक्टर को मरीजों की सेवा में उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया है।


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