- सुप्रसिद्ध लोक गायिका डिम्पल भूमि एवं मानवी सिंह के भक्ति गीतों की प्रस्तुति ने बांधा संमा
Jamshedpur (Nagendra) सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर में लोक आस्था एवं सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर सूर्य मंदिर समिति की ओर से सोमवार शाम आयोजित छठ महोत्सव में लोगों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। मंदिर परिसर के शंख मैदान में आयोजित छठ महोत्सव में जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुई। इस दौरान मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी समेत तमाम पदाधिकारी व अन्य गणमान्यजनों की मौजूदगी रही। कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध लोक गायिका डिम्पल भूमि एवं मानवी सिंह एवं लौहनगरी जमशेदपुर की उभरती गायिका दिव्य रत्न ने छठ लोकगीत एवं भक्ति गीतों से सभी लोगों का मन मोह लिया।
गायिका डिम्पल भूमि ने जैसे ही गाना शुरू किया तो लोग उत्साह से भर गए और करतल ध्वनि से सरहाना करते हुए अभिनंदन किया। डिम्पल भूमि के छठ पर्व से जुड़े गीत 'हे छठी मईया, कांच ही बांस के बहंगिया' एवं 'शीतली बेयरिया शीतल दूजे पनिया' समेत अलग-अलग गीतों की स्वर लहरियों का उपस्थित लोगों ने जमकर आनंद उठाया। वहीं, सांस्कृतिक संध्या में मशहूर लोक गायिका मानवी सिंह की 'राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी एवं 'जो राम को लाए हैं' जैसे लोकप्रिय गीतों ने संमा बांध दिया। वहीं, दिव्य रत्न ने 'राम जी से पूछे जनकपुर के नारी' गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में महिलाओं, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक उत्साहित होकर अंतिम कड़ी तक मंच के समीप डटे रहे और आयोजन का आनंद लिया।
यह आयोजन संजीवा इवेंट्स के कलाकारों की ओर से प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के दौरान रंग-बिरंगी 2 लाख मोतियों से भगवान भास्कर के चित्र बनाने वाले युवा कलाकार विवेक मिश्रा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यह अद्भुत चित्र बनाने में विवेक मिश्रा को 22 दिन का समय लगा। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शामिल जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि छठ महापर्व हमारे समाज, परिवार और धर्म को जोड़ने वाला पर्व है। यह पर्व हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है, एकता का संदेश देता है और सनातन धर्म की अखंडता को मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि मैं इसी मंच से अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी, तब चुनावी दौर चल रहा था, तब मैंने कहा था कि जरूरत पड़ने पर नारी रानी लक्ष्मीबाई भी बन सकती है। आज जब मैं पुनः इस पावन स्थल पर आई हूं, तो मन भावुक हो उठा है।
विधायक पूर्णिमा साहू ने समिति के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सूर्य मंदिर समिति हर पर्व को पूरी एकता और श्रद्धा के साथ मनाती है। आज जब हम अस्त होते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर रहे हैं, तो मैं प्रभु दीनानाथ से यही प्रार्थना करती हूं कि हमारे अंदर की नकारात्मकता, दुख और अहंकार सब अस्त हो जाएं और अगले दिन जब आप उदय होंगे, तो हमारे जीवन में नई ऊर्जा, उत्साह और सकारात्मकता का संचार करें। वहीं, सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि समिति सदैव धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाती रही है और आगे भी इसी निष्ठा, समर्पण एवं आस्था के भाव से कार्य करती रहेगी।उन्होंने कहा कि समिति का मूल उद्देश्य पूजा-अर्चना, लोकसंस्कृति एवं परंपराओं के संरक्षण हेतु भक्तिभाव से सेवा करना है।उन्होंने सभी सूर्यभक्तों का आभार जताते हुए कहा की कि वे इसी तरह सहयोग और समर्थन बनाए रखें ताकि सूर्य मंदिर समिति समाज और संस्कृति की सेवा में नित नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर सके।
कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, संपादक उदित अग्रवाल, महासचिव अखिलेश चौधरी, भाजपा प्रदेश मंत्री नंदजी प्रसाद, भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा, अनिल ठाकुर, मुन्ना अग्रवाल, बिपिन झा, मान्तु बनर्जी, अमरजीत सिंह राजा, सुशांत पांडा, शैलेश गुप्ता, प्रेम झा, कंचन दत्ता, कृष्णमोहन सिंह, प्रमोद मिश्रा, देवेंद्र सिंह, योगेश मल्होत्रा, कुलवंत सिंह बंटी, राकेश सिंह, अमित अग्रवाल, संदीप शर्मा बौबी, कुमार अभिषेक, गौतम प्रसाद, प्रकाश दुबे, ओम पोद्दार, धनेश्वर सिंह, उमेश गीरी, महावीर सिंह, सतीश सिंह, समेत काफी संख्या में अन्य सदस्यगण एवं हजारों श्रोतागण मौजूद रहे।

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