Guwa (Sandeep Gupta) टाटा डी.ए.वी पब्लिक स्कूल नोवामुंडी में आज डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की के जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के संगीत शिक्षक अरविंद ठाकुर के नेतृत्व में विद्यालय के छात्र-छात्राओं के द्वारा गीत संगीत प्रस्तुत कर की गई।कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना सभा के उपरांत प्राचार्य के द्वारा डॉ राजेंद्र प्रसाद के तस्वीर पर मालार्पण कर की गई। तत्पश्चात विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं के द्वारा मालार्पण किया गया।डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्म दिवस को मनाने का जयंती मनाने का उद्देश्य डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जीवन और कार्यों को याद करना और उनके आदर्शों को प्रेरित करना ।इस अवसर पर कक्षा आठवीं के आफिया कुमारी के द्वारा अंग्रेजी में भाषण प्रस्तुत की गई।
विद्यालय के भूगोल शिक्षक सचिन चंद्र साव ने इस अवसर पर शिक्षा और कैरियर से संबंधित जानकारियां प्रदान की। उन्होंने बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति और महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था। उनके पिता महादेव सहाय संस्कृत और फारसी के विद्वान थे, जबकि उनकी माता कमलेश्वरी देवी एक धार्मिक महिला थीं।डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही प्राप्त की। बाद में उन्होंने छपरा जिला स्कूल और टी.के. घोष अकादमी में पढ़ाई की। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम.ए. और कानून में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
तत्पश्चात विद्यालय के इतिहास शिक्षक डी.के देव के द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में योगदान पर प्रकाश डाला बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित थे और उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने चंपारण सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया।विद्यालय के प्राचार्य प्रशांत कुमार भूयान ने अपने वक्तव्य ने कहा किडॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्म दिवस को मनाने का उद्देश्य उनके जीवन और कार्यों को याद करना और उनके आदर्शों को प्रेरित करना है, जन्म दिवस को मनाने से देशभक्ति की भावना को बढ़ावा मिलता है तथा राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा मिलता है।
इस अवसर पर कूट प्रतियोगिता, स्लोगन एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। तकनीकी क्षेत्र में कुसुम कुमारी के साथ जे.रमा तथा अंतरा चौधरी ने साथ सहायता की। अनुशासन व्यवस्था को दुरुस्त रखने में हर्ष धनवार के साथ वरीय शिक्षक संजय मिश्रा ने सहायता की। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक राजेश राम के द्वारा किया गया। इस शुभ अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।कार्यक्रम का समापन शांति पाठ एवं राष्ट्रगान गाकर किया गया।

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