Upgrade Jharkhand News. बंदगाँव प्रखंड के नकटी पंचायत अंतर्गत सेरेंगदा गाँव में ग्राम मुंडा तुरी मुंडा की अध्यक्षता में गुरुवार को ग्रामसभा का आयोजन किया गया। बैठक में बाल अधिकार सुरक्षा मंच के प्रखंड अध्यक्ष तीरथ जामुदा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। ग्रामसभा में ग्रामीणों ने गाँव की जमीनी हकीकत सामने रखते हुए बताया कि सेरेंगदा गाँव घने जंगलों और पहाड़ों के बीच अवस्थित होने के कारण आज भी मूलभूत सुविधाओं से पूरी तरह वंचित है। गाँव में चौबीस परिवार रहते हैं, लेकिन बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था नाम मात्र भी नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि गाँव में मात्र एक चापाकल है, वह भी लंबे समय से खराब पड़ा है, जिसके कारण लोग चुआं का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। वहीं आजादी के 76 वर्ष बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाना ग्रामीणों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। नेटवर्क की समस्या इतनी गंभीर है कि गाँव बाहरी दुनिया से लगभग कटा रहता है। मुख्य सड़क से गाँव तक पहुंचने के लिए टेढ़े-मेढ़े और खतरनाक घाटी मार्ग से गुजरना पड़ता है।इस मौके पर तीरथ जामुदा ने कहा कि “हर समस्या का समाधान संभव है, बस जरूरत है एकजुट होकर संघर्ष करने की। यदि आजादी के इतने वर्षों बाद भी गाँव में बिजली नहीं पहुंची है, तो यह बेहद चिंताजनक है।”
ग्रामसभा में निर्णय लिया गया कि बिजली और अन्य मूलभूत समस्याओं को लेकर विभागीय पदाधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा और समाधान की मांग की जाएगी।उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक गाँव की मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं होता, संघर्ष जारी रहेगा। बैठक में सागर मुंडा, नन्दलाल कोड़ा, गंगाधर, तुरी हस्सा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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