गुवा। नोवामुंड़ी प्रखंड के गुवा बिरसा नगर स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में मौत के साए में पढ़ रहे बच्चे खबर का हुआ असर। नोवामुंडी शिक्षा पदाधिकारी डीईओ इंद्रदेव कुमार विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे बिरसानगर। इस दौरान शिक्षा विभाग के अलावे नोवामुंडी भाग एक के जिला परिषद सदस्य सुश्री देवकी कुमारी, पश्चिमी पंचायत मुखिया पद्मिनी लागुरी, स्कूल के प्रधानाध्यापिका रजनी नायक तथा सहायक अध्यापक कमला पूर्ति व गुवासाई प्रधानाध्यापक सुखदेव प्रधान ने स्कूल भवन का जायजा लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश पर तुरंत ही पास के ही जाटा हटिंग स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में मर्ज कराया।
ज्ञात हो कि का बिरसानगर स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में कुल विद्यार्थियों की संख्या 39 है। इसमें कक्षा 1 से लेकर 5 तक की पढ़ाई होती है। ज्ञात हो कि वर्ष 2019 में गुवा सेल प्रबंधन द्वारा नया पीलेट प्लांट लगाने को लेकर बिरसा नगर बस्ती को पूरी तरह से खाली कराया गया, परंतु बिरसा नगर में स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय का भवन यहां से नहीं हटाया गया। अभी भी इस विद्यालय में बच्चे पढ़ रहे हैं। इस संबंध में गुवा सेल प्रबंधन द्वारा कई बार स्कूल बंद करने को कहा गया, ताकि कहीं इस भवन में कोई हादसा ना हो जाए।
सेल प्रबंधन ने कहा कि बिरसा नगर में खुदाई का काम चल रहा है, जिससे वहां पर स्थित विद्यालय कभी भी गिर सकता है। इस संबंध में शुक्रवार को नोवामुंडी भाग एक जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, गुवा पूर्वी पंचायत मुखिया चांदमनी लागुरी तथा पश्चिमी पंचायत मुखिया पद्मिनी लागुरी ने स्कूल भवन का दौरा कर स्थिति का लिया जायजा। इस संबंध में जिप सदस्य देवकी कुमारी ने कहा कि स्कूल की इस समस्या को लेकर शिक्षा विभाग चाईबासा के डीएसई अभय कुमार शील को कई बार पत्र द्वारा सूचित कराया गया है।
उसके बावजूद विद्यालय को मर्ज नहीं किया गया। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से लिखा था कि गुवा के बिरसा नगर स्थित सेल पट्टा भूमि पर स्कूल संचालित है। यहां सेल अपना एक बहुत बड़ी परियोजना आरंभ करने के लिए पहले ही बिरसा नगर बस्ती को वहां से नुईया गांव के पास पुनर्वासित करवाया है। इसके कारण यहां के छात्रों को भी विद्यालय आने जाने में कठनाई होती है। और आसपास कोई घर या बस्ती नहीं होने के कारण नए छात्रों का नामांकन नहीं हो पा रहा है। विद्यालय में पानी की समस्या से मध्याह्न भोजन नहीं बन पा रहा है। इन सब कारणों की वजह से विद्यार्थियों, शिक्षकों और रसोइयों के भविष्य पर सवाल उत्पन्न हो गया है। इन सब के भविष्य को ख्याल रखते हुए विद्यार्थियों का विलय जाटा हाटिंग स्थित प्राथमिक विद्यालय में तथा एक शिक्षिका को जाटा हाटिंग प्राथमिक विद्यालय में तथा एक शिक्षिका और 2 रसोईया को नुईया मध्य विद्यालय में प्रतिनियुक्त किया जाए।
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