ईचागढ़: शब-ए-बारात का त्यौहार मंगलवार रात को तिरुलडीह, चौड़ा, गौरांगकोचा, आमडा में अकीदत के साथ मनाया गया। मस्जिदों में पूरी रात इबादतों का दौर चला। इस दौरान विशेष दुआएं की गईं। कब्रिस्तानों में जाकर अपने बुजुर्गों के लिए मगफिरत की दुआएं की ओर फातेहा पढ़े गए। घरों में सिरनी के रूप में मीठे पकवान बनवाकर बांटे गए।घरों में व मस्जिदों पर रंगीन लाइटो की सजावट की गई। इबादत का दौर पूरी रात चलता रहा जो फज्र की नमाज के बाद समाप्त हुआ। तिरुलडीह नूरी मस्जिद के पेशे इमाम कारी समीउल्लाह अंसारी ने शबे बारात के पर्व को लेकर रोशनी डालते हुए बताया कि इस रात में पूरे साल का नेकी ओर गुनाह का हिसाब होता है। इस रात में परवरदिगार सब पर रहमत की नजर करता है, लेकिन मां-बाप की नाफरमानी करने वालों आदि के तरफ नहीं देखता, इसलिए हमें चाहिए कि हम गलत कामों को छोड़कर रब चाही जिन्दगी गुजारने वाले बनें, ताकि परवरदिगार की रहमत हम तक पहुंच सके।
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