चांडिल । चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के ईचागढ़ एवं तिरुलडीह से अवैध बालू का खेल बालू माफिया एवं प्रशासन के बीच लुका छुपी जैसा चल रहा है। प्रशासन कई बार चेक नाका लगाने की बात कर खुद बालू माफियाओं को प्रोत्साहन दे रही है। बता दें कि ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र में दर्जनभर अवैध बालू का डंपिंग हो रहा है, जिसमें से प्रतिदिन ट्रैक्टर के माध्यम से बालू का डंपिंग किया जाता है एवं रात्रि को चौका मोड़ स्थित ओवर ब्रिज के नीचे बालू माफियाओं का जमावड़ा होकर हाईवा के माध्यम से अवैध बालू को बेचा जा रहा है।
कई बार इचागढ़ थाना प्रभारी गौरव मिश्रा द्वारा बालू माफियाओं को धमकाया भी गया है एवं चौका थाना के प्रभारी अभिषेक प्रताप द्वारा ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के पातकुम, गौरांगकोचा क्षेत्र से आने वाली ट्रैक्टर हाईवा को रोककर बालू खाली कराया गया परंतु मात्र 10 मिनट के बाद ही ना जाने आखिर किस आधार पर बालू माफियाओं की थाना प्रभारी के साथ सांठगांठ हुई, कि उसी हाईवा में फिर से बालू की लोडिंग होकर बालू माफिया निकलते बने।
बालू कारोबार से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि प्रति हाईवा 31 हजार रुपया प्रतिमाह अवैध बालू की तस्करी को लेकर संबंधित प्रशासन को दिया जाता है। प्रशासन कभी चौलीबासा एनएच - 33 के पास चेक नाका की बात करती है तो कभी मिलनचौक में, तो कभी गौरांगकोचा में चेक लगा लगाने की दिखावटी करती है, परंतु आश्चर्य की बात तो यह देखी जा रही है कि कई चेकनाका एवं कई अभियान प्रशासन द्वारा चलाए जाने के बावजूद भी चौका से पातकुम जाने वाली सड़क मार्ग पर शाम ढलते ही अवैध बालू का कारोबार इस तरह चलता है मानो मधुमक्खी जैसी ट्रैक्टर चल रही हो।
और सभी मधुमक्खी रूपी चल रही ट्रैक्टर दर्जनभर डंपिंग जगह पर बालू इकट्ठा करते हैं, जैसे मधुमक्खी अपनी छत्ता के लिए मधु इकट्ठा कर रही हो। यूँ कहें कि प्रशासन को आड़े हाथों रखते हुए इन डंपिंग वाले बालू माफियाओं द्वारा गलत चालान के माध्यम से बालू का तस्करी कर रहे हैं। कई बार स्थानीय दबंग एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा बालू तस्करी को रोकने का प्रयास किया गया था परंतु बालू डंपिंग कर रहे माफियाओं का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि अगर चाहे बोलेरो हो, चाहे स्कोर्पियो, चाहे छोटी गाड़ी क्यों ना हो।
ट्रैक्टर व डंपर द्वारा जबरन रगड़ दिया जाता है। और वाहन मालिक उस पर डर के मारे मामला भी नहीं दर्ज कर रही है। शनिवार को गौरांगकोचा के पास फिर से चेक नाका लगाया गया ताकि अवैध वालों का कारोबार ना चले। पिछले दिनों ईचागढ़ प्रमुख गुरुपद मांझी के पिता का तेज रफ्तार हाईवा द्वारा दुर्घटना का शिकार होकर मृत्यु हो गया था।
उसके बाद प्रमुख ने आरोप लगाया था कि अवैध रूप से चल रही बालू लदी हाईवा द्वारा दुर्घटना को अंजाम दिया गया है तथा उन्होंने प्रशासन को चेतावनी भी दिया था कि अवैध बालू लदी हाईवा पर नकेल कसा जाए परंतु आखिरकार ना जाने प्रशासन के साथ क्या सांठगांठ हुआ कि प्रमुख भी अभी चुप्पी साधा हुआ है।
अवैध डंप = तपन मंडल - सीमेंट दुकान के पीछे, सलीम अंसारी -कब्रिस्तान के सामने, सोनू मांझी - कब्रिस्तान के पीछे,तापस मंडल - चंदनपुर, बान्दू रोड, मोतिलाल महतो उर्फ आम - सालबनी में, केंदुआडीह रोड पर, सलीम अंसारी - पातकुम में, दिनेश महतो - बाकलतोड़िया में, रूपम साव - बाकलतोड़िया में, मनोज साव - मिरुडीह।
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