रामकृष्ण कथामृत इस युग का भागवत है,,, बादल मामा,,
पोटका। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 7 जुलाई को गांव में आठ दिवसीय रामकृष्ण कथामृत का शुभारंभ हुआ। जिसका आयोजन सुधांशु शेखर मिश्र ने किया। संध्या 6,30 बजे ठाकुरजी की संध्या आरती के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। पूजा आरती पंडित मधुसूदन ने किया। उसके बाद शंकर चंद्र गोप ने उपस्थित भक्तजनों का स्वागत करते हुई कथामृत के लेखक महेंद्र गुप्त की जीवनी पर प्रकाश डाला।
उसके बाद कमल कांति घोष उर्फ बादल मामा ने रामकृष्ण कथामृत पाठ किया। उन्होंने ने रामकृष्ण कथामृत को इस युग का भागवत बताया और कथामृत के लेखक महेंद्र गुप्त को इस युग का ब्यासदेव कहा। रामकृष्ण कथामृत इस युग का अमृत है जो पीकर हम सभी प्रकार का दुःख निवारण कर सकते हैं। उसके बाद लोचना मंडल ने शारदा मां की जीवनी और सुधांशु मिश्र ने स्वामी विवेकानंद की जीवनी पाठ किया। इसके बाद भक्ति संगीत प्रस्तुत की गई जिसमें पतित पावन दास, प्रवीर दास, सुनील कुमार दे,तड़ित मंडल,सहदेव मंडल,भास्कर दे,मुकुल मंडल आदि ने भाग लिया।अंत में हरिनाम और हरिलुट किया गया।
अंत में प्रसाद बितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुनील कुमार दे ने किया। इस अवसर पर बेला रानी मंडल,बुलु मंडल,सावित्री गोप,सुजाता मोरल, मोहितोष मंडल,हिरण महतो, दिलीप महतो, सरत महतो,सुबोध मंडल,स्वपन कुमार मंडल, तपन मंडल,काजल मंडल, बिमल मंडल, भवतारण मंडल, नारायण चटर्जी, तपन दे, हरगौरी महतो, तरुण दे, तपन मंडल, राजकुमार साहू, झरना साहू, प्रशांत मंडल, अंजलि मंडल, शिशिर मंडल, बेबी मंडल, कृष्ण पद मंडल , शिला पालित, बकुल मिश्र के अलावे काफी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।



No comments:
Post a Comment