चाकुलिया। चाकुलिया प्रखंड की भातकुंडा पंचायत के सुनसुनिया साल जंगल में रविवार को वन सुरक्षा समिति के तत्वावधान में रक्षाबंधन कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीडीसी मनीष कुमार और विशिष्ट अतिथि डीपीआरओ रोहित कुमार और बीडीओ देवलाल उरांव उपस्थित थे। कार्यक्रम में डीडीसी समेत अतिथियों ने साल पेड़ पर रक्षा सूत्र बांधकर जंगल और पेड़ों की सुरक्षा करने का संकल्प लिया। समारोह को संबोधित करते हुए डीडीसी मनीष कुमार ने कहा कि रक्षाबंधन कार्यक्रम के तहत पेड़ों की सुरक्षा करने का संकल्प लेना सराहनीय कार्य है।
जीवन शब्द जी और वन से बनता है, जीवन शब्द में ही वन का महत्व छिपा है वन बचेगा तो ही जीवन बचेगा। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष देश भर में आई कोरोना महामारी ने पर्यावरण के महत्व को समझाया है। वन सुरक्षा समिति की इस कार्यक्रम से आने वाली पीढ़ी भी सीख लेगी और वन की सुरक्षा के प्रति जागरूक होंगे। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने खुशियों में पांच पौधों का रोपन करे और उन पौधों को अपने बच्चों की तरह लालन पालन कर पौधों की सुरक्षा करें तभी सही मायने में पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा।
कहा कि सरकार भी पर्यावरण के प्रति सचेत है और बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत 4 लाख पौधा लगाने का काम किया गया है, ताकि हमारा क्षेत्र और देश हरा भरा रहें और हम सब सुरक्षित रहें। श्री कुमार ने कहा कि जंगल से हमें लकड़ी ही नहीं, बल्कि कई वनोत्पाद मिलते है जिससे हम लाभान्वित होते हैं। कहा की वनोत्पाद को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्तर पर बेहतर बाजार उपलव्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन सुरक्षा समिति के साथ सभी जुड़कर जंगल का संरक्षण करें वन बचेगा तो ही जीवन सुरक्षित होगा। मौके पर वन सुरक्षा समिति की अध्यक्ष सह पद्मश्री जमुना टुडू ने कहा कि वे 1998 से वन सुरक्षा समिति का गठन कर वन सुरक्षा करने का काम कर रही है।
वन सुरक्षा कार्य से ही उनकी एक पहचान बनी और पीएम नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण क्षेत्र की एक आदिवासी महिला को वन सुरक्षा कार्य के लिए दिल्ली बुलाकर उन्हें पद्मश्री पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह भाई और बहन रक्षासूत्र बांधकर हर तकलीफ और विपदा से एक दुसरे को सुरक्षा देने का संकल्प लेते हैं उसी तर्ज पर हर वर्ष वन सुरक्षा समिति के सदस्य पेड़ों में रक्षासूत्र बांधकर पेड़ों की सुरक्षा करने का संकल्प लेती है। कहा कि हमारे जीवन में पेड़ पौधों का महत्व अहम है वन बचेगा तो ही जीवन बचेगा।
मौके पर डीपीआरओ रोहित कुमार, बीडीओ देवलाल उरांव समेत अन्य ने भी संबोधित किया। समारोह के पूर्व सभी अतिथियों को पद्मश्री जमुना टुडू समेत अन्य ने अंग वस्त्र ओढ़ाकर और साल पत्ता से निर्मित टोपी पहनाकर सम्मानित किया। अंत में डीडीसी समेत अन्य ने मादर और धमसा की थाप पर आदिवासी नृत्य कर लोगों को उत्साहित किया। मौके पर वन सुरक्षा के कार्य में बेहतर कार्य करने के लिए सेवानिवृत्त शिक्षक रामस्वरूप यादव, वन सुरक्षा समिति की अध्यक्ष मादो टुडू, सेफाली सबर, सोमबारी मुर्मू समेत अन्य को अतिथियों ने सम्मानित किया। मौके पर परमेश्वर रूंगटा, अमित भारतीय, अभिनाश सुरेका, हरी साधन मल्लिक, मानसिंह टुडू, बनमाली दास, अपू दास, रानी हांसदा, सुमित्रा महतो, मालती टुडू, अंजू महतो समेत अन्य उपस्थित थे।
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