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जान जोखिम में डाल कर स्कूली बच्चे पानी के बीच जाते हैं स्कूल : ड़ॉ विजय सिंह , School children risk their lives to go to school amidst water: Dr. Vijay Singh



 इटिहासा में सड़क एवं तालाब के ऊपर पुल बनाने को लेकर ग्रामीणों की बैठक आयोजित

चक्रधरपुर। आजादी के बाद भी चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण पुल पुलिया और सड़क के लिए तरस रहे हैं। ऐसे ही एक ताजा मामला चक्रधरपुर प्रखंड मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर स्थित इटिहासा पंचायत के इटिहासा गांव में बच्चों को पढ़ाई के लिए रोजाना जद्दोजहद करनी पड़ती है। पानी से भरे तालाब के बीच जान जोखिम में डालकर बच्चों को पढ़ने के लिए इटिहासा स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय पढ़ने के लिए आना पड़ता है। अगर ज्यादा बारिश हो गई तो बच्चों को स्कूल भी जाना नसीब नहीं होता हैं। जिसको लेकर यहां पुल एवं सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों  ने रविवार को एक बैठक  ग्राम प्रधान शरद नायक की अध्यक्षता में संपन्न हुईं।

बैठक में पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव ड़ॉ विजय सिंह गागराई मुख्य रूप से उपस्थित थे। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि यह इन दिनों बरसात के मौसम में तालाब का पानी अत्यधिक बढ़ गया है। तालाब के ऊपर पुलिया नहीं होने के कारण व दूसरे रास्ते से विद्यालय की दूरी लंबी होने के कारण विद्यार्थी तालाब के बीच से पानी में घुस कर ही विद्यालय आते हैं। यहां की सड़क की स्थिति बहुत ही खराब है। इटिहासा उच्च विद्यालय से मोदीसाई तक 2 किलोमीटर सड़क में गड्ढा एवं पूरा सड़क कीचड़मय हो गया है।


सडक से जाना काफी मुश्किल हो गई है। जब कि क्षेत्र में एकमात्र उच्च विद्यालय होने के कारण यहां विभिन्न गांव से लंबी दूरी तय कर विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते हैं। इसके साथ ही गांव के ग्रामीणों को इसी तालाब में भरे पानी के बीच से ही आवाजाही करने के लिए विवश होना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि गर्मी के मौसम में तालाब का पानी सूखने के कारण लोग आसानी से आवाजाही करते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में तालाब का पानी अत्यधिक बढ़ जाता है। इसके कारण ग्रामीणों को परेशानियां उठानी पड़ती है। ग्रामीणों के अनुसार लगभग 15-20 वर्षों से तालाब के ऊपर पुलिया निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन वर्षों से समस्या जस की तस बनी हुई है।

कई बार तालाब का पानी अत्यधिक बढ़ने से बच्चे घर लौट जाते हैं। कई विद्यार्थी तालाब तक पहुंचते हैं, लेकिन तालाब का पानी अत्यधिक भरा होने के कारण तालाब के समीप स्थित विद्यालय जाने से वंचित होना पड़ता है। इटिहासा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि इटिहासा गांव स्थित तालाब पर पुलिया निर्माण होने से दूसरे गांव जाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी होगी। इटिहासा से तालाब पार कर जाने पर गाजीडीह गांव की दूरी लगभग एक किमी है, लेकिन तालाब में अत्यधिक पानी भरा होने के कारण ग्रामीणों को लगभग चार से पांच किमी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।

तालाब के ऊपर पुलिया का निर्माण हो जाने से केनके, सुरबुड़ा, सिमीदीरी, भरनिया पंचायत के विभिन्न गांव के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इसमें खासकर गेड़ेडीह, गाजीडीह, लादुरासाई, बांकीतापी, कोरला, सेंगलढीपी, पाण्डुडीह,जयपुर, कुईतुका, बोन्डीह, बाघमारा समेत अन्य गांव के ग्रामीण लाभांवित होंगे.इटिहासा गांव निवासी शरद नायक ने कहा कि पूर्व के जनप्रतिनिधियों  ने तालाब निर्माण के लिए सिर्फ आश्वासन दिया, लेकिन तालाब पर पुलिया का निर्माण नहीं हो पा रहा है। सारी समस्याएं जानने के बाद डॉ विजय सिंह गागराई ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि तालाब के ऊपर पुल निर्माण एवं 2 किलोमीटर सड़क निर्माण को लेकर वे शीघ्र ही डिसी से मुलाकात करेंगे और मांग करेंगे कि किसी भी हाल में यहां पुल एवं सड़क का निर्माण कराया जाए।

उन्होंने कहा यह मांग काफी जायज है. बच्चों को जान जोखिम में डालकर तालाब पार करना पड़ता है। इसलिए यहां पुल बनना काफी जरूरी है। अगर जरूरत पड़ी तो वे डीसी के साथ-साथ मंत्री को भी इस बात की जानकारी देकर यहां शीघ्र पुल का निर्माण कराया जाएगा। इस मौके पर संजीत मोदी, शंकर मोदी,सुधीर नायक,विजय केराई,कंदरू नायक,राजा दास,जगरनाथ नायक,बीजू नायक,साहिल नायक,रोहित नायक,गणेश नायक ,तिरनाथ मोदी ,पदलोचन प्रामाणिक समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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