रांची विश्वविद्यालय के नये कैम्पस में एकेडमिक जोन, एडमिनिस्ट्रेटिव जोन रीक्रिएशनल जोन, रेसिडेंशियल जोन, बफर जोन और एक्सटेंशन जोन बनाया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां जो भी निर्माण हो, वह मेंटेनेंस फ्री होना चाहिए। इसके रख-रखाव के लिए भी सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यहां की जमीन की भौगोलिक स्थिति (कंटूर) के हिसाब से बिल्डिंग का निर्माण हो। इसके लिए कोई भी निर्माण शुरू करने के पहले जमीन के हिसाब से पूरी योजना तैयार कर ली जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के कैंपस को कई जोन में विकसित किया जाना है। ऐसे में हर जोन में पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कैंपस में हरियाली बनाये रखने पर भी विशेष जोर दिया। मुख्यमंत्री ने नये कैंपस में सोलर पैनल लगाने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया। इसके साथ विश्वविद्यालय में प्रवेश और निकासी के लिए मुख्य मार्ग के अलावा इमरजेंसी निकासी मार्ग भी बनाने का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के नये कैंपस में क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल और वॉलीबॉल समेत अन्य खेलों के लिए एक अलग जोन हो। ऐसा नहीं हो कि किसी एक खेल के लिए मैदान एक जोन में हो और दूसरे खेल के लिए अलग जोन में। इससे खिलाड़ियों की परेशानी बढ़ती है। ऐसे में सभी खेलों के लिए सारी व्यवस्था एक ही जोन में हो। इस बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव राहुल पुरवार, उच्च शिक्षा निदेशक गरिमा सिंह, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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