चक्रधरपुर। ख्रीस्त राजा का पर्व रविवार को चकधरपुर में भव्य रुप में मनाया गया। इस अवसर पर चक्रधरपुर कारमेल स्कूल से हे प्रभु हम पर दया करो जैसे गीतों के माध्यम से परमेश्वर की प्रस्तुति कर शोभा यात्रा सह झांकी निकाली गई। झांकी में मांदर व अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों के धुन के बीच गीत गाकर परमपिता परमेश्वर की वंदना की गई . झांकी में दोनों ओर ख्रीस्त के अनुयायियों की लंबी कतार के बीच प्रभु गान से चक्रधरपुर गूंजता रहा।शोभा यात्रा की राह में जगह-जगह बने तोरणद्वार बरबस ख्रीस्त राजा व उनके प्रेम के साम्राज्य के विस्तार का संदेश देते दिखे।
शोभा यात्रा सह झांकी में सैकड़ों की संख्या में ख्रीस्त के अनुयायी हाथों में गीत पुस्तिका, झण्डे व बैनर लेकर शामिल हुए। शोभा यात्रा कारमेल विद्यालय से निकल कर मुख्य सड़क, प्रेम निवास, पंचमोड़, आफिसर्स क्लब, लाल गिरजा होते हुए रोमन कैथोलिक चर्च यानी ख्रीस्त राजा गिरिजाघर में प्रवेश किया।चर्च में पवित्र साक्रामेंट की आराधना एवं आशीष हुई। पवित्र बलिदान के मुख्य अनुष्ठादाता जमशेदपुर के विकर जनरल फादर अल्विन थे।
उन्होंने अपने प्रवचन में ख्रीस्तीय मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दूसरों के प्रति हमारा व्यवहार भी ख्रीस्त की तरह उदार एवं प्रेममय हो। पवित्र हिस्सा में पल्ली पुरोहित फादर पौलुस बोदरा, फादर एस पुथुमय राज, सिस्टर माइकल समेत अन्य फादर, सिस्टर्स मुख्य रुप से उपस्थित रहे। इस पर्व में ख्रीस्त के सैकड़ो महिला पुरुष और बच्चे अनुयायी शामिल हुए। गायक मंडली के भक्ति पूर्ण गीतों से सारा गिरिजाघर परिसर गूंज उठा। मिस्सा के अंत में आशीष लेकर सबों ने प्रसाद ग्रहण कर अपने घरों को प्रस्थान किये।
No comments:
Post a Comment