चक्रधरपुर। विगत 11 नवंबर को भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर उनके नाम से एक सड़क का नामकरण किया गया था। रेलवे लाइन से लेकर गुप्ता चौक की उक्त सड़क का नाम मौलाना अबुल कलाम आजाद रोड रखा गया। सड़क नामकरण की पुरी प्रक्रिया अंजुमन इस्लामिया की ओर से अपनाया गया। नामकरण के तीन दिन पहले ही सचिव द्वारा नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र देकर सूचित किया और इसकी सूचनाएं वरीय पदाधिकारियों को भी देने की अपील की गई थी, परंतु तीन दिनों तक नगर पर्षद ने कोई कार्रवाई नहीं की. तत्पश्चात 11 नवंबर को सड़क के नामकरण पट्टी का उदघाटन कर दिया गया।
जिसके बाद नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी ने एक नोटिस जारी कर प्रक्रिया पुरी किये बिना ही सड़क का नामकरण की बात कहते हुए बोर्ड को हटाने का निर्देश जारी किया। इसके बाद अंजुमन इस्लामिया की पुरी टीम विधायक सुखराम उरांव से मिले और मामले की पुरी जानकारी दी। विधायक ने अंजुमन इस्लामिया के कार्रवाई पंजी में लिये गये प्रस्ताव, पत्राचार आदि की जांच करने के बाद पुरी प्रक्रिया को सही ठहराया। विधायक की ओर से कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिख कर निर्देश दिया गया कि सड़क के नामकरण को तत्काल स्वीकृति प्रदान करें. परंतु अब तक स्वीकृति की प्रक्रिया पुरी नहीं की गई है।
सभी प्रक्रिया पुरी की गई है : सचिव : अंजुमन इसलामिया के सचिव बैरम खान का कहना है कि सड़क नामकरण की पुरी प्रक्रिया अपनाई गई है। वह कहते हैं कि सड़क का नामकरण शनिवार को किया गया और रविवार को नगरपालिका के कार्यपालक पदाधिकारी नोटिस भेज रहे हैं। हमने नोटिस वॉटसएप्प पर देखा है। हमें नोटिस की कोई प्रति प्राप्त नहीं हुई है। दूरभाष पर सिटी मैनेजर से इस संदर्भ में वार्ता हुई। हमने कहा है कि नगर परिषद का अवकाश खत्म होने के बाद किसी भी कार्यालय अवधि के दिन इस संदर्भ में चर्चा ज़रूर करेंगे।
हम नगर परिषद से यह जानना चाहेंगे कि क्या एकमात्र यही सड़क है, जहां पर नामकरण किया गया है। इस सड़क के नामकरण में सभी कार्य विधि संवत कि गए हैं। इसके बावजूद इस तरह का नोटिस भेजना द्वेष की भावना को दर्शाता है. नगर परिषद के खिलाफ अब कागजी लड़ाई लडी जाएगी। और उनसे जानना चाहेंगे कि अवैध रूप से चक्रधरपुर शहर सड़के और चौक चौराहों का नामकरण कहां-कहां किया गया है, उस पर क्या कार्रवाई की गई है।यदि कार्रवाई नहीं हो रही है तो नगर परिषद के अधिकारियों को कोर्ट में घसीटा जाएगा।
अबुल कलाम का अपमान हुआ तो आंदोलन : अध्यक्ष : अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष सैयद शहजाद मंजर ने कहा है कि हमने एक भारत रत्न के नाम पर सड़क का नाम रखा है। बोर्ड गाड़ा जा चुका है अब हम उखाड़ कर अपमान नहीं करेंगे। अगर नगर परिषद बोर्ड उखाड़ना चाहती है तो वह उखाड़ दें। यह घृणित काम हमसे नहीं होगा. यदि बोर्ड उखाड़ा जाता है तो नगर परिषद के विरुद्ध अंजुमन इस्लामिया के सभी पदाधिकारी और शहर के बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, युवा अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
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