गुवा। नोवामुंडी अनुसूचित जाति कल्याण संघ द्वारा 193वी सावित्रीबाई फूले की जयंती मनाया गया। इस दौरान बालीझोर पंचायत के अनुसूचित जाति कल्याण संघ समाज के अध्यक्ष कृष्णा करूवा एवं सचिव युवा समाजसेवी नितेश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में भारत की पहली महिला शिक्षिका समाज सेवी, समाज सुधारक और कवित्री सावित्रीबाई फुले जी की जयंती को बड़े हुई हर्ष से मनाया गया एवं उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अनुसूचित जाति समाज की बुजुर्ग महिला मित मां ( सुलोचना देवी ) के हाथों से हुआ। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए समाज अध्यक्ष कृष्णा करूवा ने सावित्रीबाई फुले की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत की पहली महिला शिक्षिका समाज सेविका थी, जो महिलाओं के लिए स्कूल की शुरूआत की थी। समाज में न जाने कितने कष्ठ उठाए थे। उन दिनों महिलाओं को शिक्षा का हक नही दिया जाता था।
उन्होंने बाल विवाह, विधवा विवाह निषेद, एवं कन्या अशिक्षा जैसी भारत की कई कुरूतियां को खत्म करने का काम किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए समाज के सचिव नितेश कुमार करूवा ने कहा कि उनके उच्च विचारों के चलते ही आज भारतीय समाज में महिलाओं की स्तिथि में सुधार आया है। इसके साथ ही समाज सुधारक के तोर पर उन्होंने ऊंच नीच ब्रह्मांड वादी, जाति वादी समाज का अंत करने का अहम योगदान दिया।
उनके जयंती पर उन्हें शत शत नमन। इस मौके पर उपस्थित अनुसूचित जाति कल्याण संघ के सह सचिव किसान करूवा,बालीझोर ग्राम पंचायत आजीविका महिला समूह अध्यक्ष पूनम देवी, ऋतु गोच्छाईत, कुंती देवी सहित अन्य मौजूद थे।
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