ऐतिहासिक छाता पोखर में मकर संक्रांति पर उमड़ी श्रद्धालुओं की सैलाब
चांडिल। अनुमंडल अंतर्गत कुकड़ू प्रखंड के ऐतिहासिक छाता पोखर में मकर संक्रांति के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। सुबह से श्रद्धालु छाता पोखर में आस्था की डुबकी लगाकर परिवार की सुख समृद्धि और शांति के लिए मन्नते मांगी। दोपहर से पश्चिम बंगाल अंतर्गत झाड़ग्राम के झुमुरानी महतो के दल द्वारा मनमोहक गीत, संगीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर दुलमी, दयापुर, ओड़िया, हेसालांग, पलाशडीह, जानुम, झिमड़ी, पारगामा, किशुनडीह, सिरुम, बेरासी आदि गांवों के साथ पश्चिम बंगाल से काफी संख्या में संस्कृति प्रेमी उपस्थित हुए।
मेला के मुख्य अतिथि
झामुमो के वरिष्ठ नेता सह संस्कृतिप्रेमी सुखराम हेंब्रम ने कहा कि पूर्वजों के अनुसार छाता पोखर में ताल बेताल सिद्ध महाराज ने मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर स्नान एवं पूजा अर्चना का शुभारंभ किया था। कहा जाता है कि महाराज विक्रमादित्य ने अपने पत्नी प्रभावती देवी की स्नान के लिए दैविक शक्ति से एक रात में ही विशाल छाता पोखर का निर्माण किया और बीच में छाता मां की मंदिर का निर्माण किया। उस समय से अब तक मकर संक्रांति के पावन अवसर पर छाता पोखर में आस्था की स्नान एवं पूजा अर्चना का परंपरा चलते आ रहा है।
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