Jamshedpur (Nagendra) । एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा ने शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से पूर्वी सिंहभूम जिले के 38 सह झारखण्ड राज्य के लगभग 800 सहायक अध्यापकों के सेवा बहाल रखने के लिए प्रेस मीडिया के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराया है। मोर्चा के जिला अध्यक्ष समित कुमार तिवारी ने प्रेस के माध्यम से बताया कि मंत्री महोदय को उपरोक्त विषय के संबंध में कहना है कि एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर एक महत्वपूर्ण विषय पर ध्यानाकर्षित करना चाहता हूँ कि झारखण्ड राज्य में विगत 24 वर्षों से लगातार सेवा देकर शिक्षा का अलख जगा रहे पूर्वी सिंहभूम जिले के 38 सह झारखण्ड राज्य के लगभग 800 सहायक अध्यापकों को संबंधित बोर्ड/संस्थान का मान्यता नहीं होने का हवाला देते हुए शिक्षा विभाग के द्वारा वैसे सभी सहायक अध्यापकों पर कार्रवाई करते हुए सेवा मुक्त करने का आदेश सभी जिलों को दिया गया है, जबकि विभाग के द्वारा उन सभी सहायक अध्यापकों का संबंधित बोर्ड/संस्थान से वर्ष 2016 में प्रमाण पत्रों का जांच भी विभाग द्वारा कराया गया था और प्रमाण पत्र सही पाया गया था।
विदित हो कि उपरोक्त बोर्ड / संस्थान को कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग एवं जैक, रांची के द्वारा मैट्रिक और इंटरमीडिएट (+2) के समकक्ष का मान्यता दिया गया है ,जिसकी छायाप्रति संलग्न है। ज्ञात हो कि उपरोक्त बोर्ड / संस्थान से सरकारी शिक्षक एवं अन्य विभाग में भी कर्मचारी कार्यरत है, लेकिन सिर्फ सहायक अध्यापकों पर ही कार्रवाई की जा रही है जो कि न्यायसंगत नहीं है। वर्ष 2023 में इन सभी सहायक अध्यापकों का सेवा सम्पुष्टि भी विभाग द्वारा करवाई गई है और संतोषजनक भी पाई गयी है।
अतः मोर्चा ने मंत्री महोदय का ध्यान प्रेस मीडिया के माध्यम से आकृष्ट कराते हुए अनुरोध किया है कि इन सभी सहायक अध्यापकों पर सहानुभूतिपूर्वक पुनः विचार कर सभी का सेवा बहाल कर मानदेय पुनः नियमित रूप से जारी किया जाय। इसके लिए एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा सदैव अभारी बने रहेंगे। इस प्रेस विज्ञप्ति के साथ जैक बोर्ड/संस्थान द्वारा दी गई मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र की छायाप्रति भी सलग्न की गई है।
No comments:
Post a Comment